कोविड के तीसरे लहर के खतरे को न करें नजरअंदाज – डॉ वीके उपाध्याय

गोरखपुर। कोविड-19 के दूसरे लहर बढ़ते प्रकोप ने देश में तबाही मचा रही है इसी बीच इसके तीसरे लहर की बात चर्चा में आ रही है जिसे नकारा भी नहीं जा सकता। इस महामारी से बचाव के दृष्टिगत आयुष मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा निर्देशित इम्युनिटी बूस्टर आर्सेनिक एल्बम-30 की 4 बूँदे सुबह खाली पेट 5 दिनों लेने से काफी हद तक इम्यूनिटी सिस्टम स्ट्रांग हुई है जिससे संक्रमण का खतरा कम हुआ है। तीसरी लहर में वरिष्ठ चिकित्सक डा. वी के उपाध्याय ने कहा कि आज होम्योपैथी चिकित्सा से असाध्य रोगों का इलाज कम खर्चे में बिना जांच के सुरक्षित तरीके से किया जा रहा है और इससे लोगों को लाभ भी मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार चाहे तीसरा लहर आए या ना आए हमें बिना मास्क की सड़कों पर नहीं रहना है सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना है और बार-बार हैंड सेनीटाइजेसन करते रहना है। तभी हम इस की चेन को तोड़ सकते हैं। जब तक इसकी चैन नहीं टूटेगी तब तक इस महामारी का खतरा खत्म नहीं होगा। तीसरे स्टेज में जाने से पहले वैक्सीनेशन की प्रक्रिया को सरकार पूरी तरीके से समाप्त करना चाह रही है जिससे नागरिकों की अधिक से अधिक सुरक्षा हो सके और उन्हें तीसरे लहर से खतरा कम हो। एलोपैथी दवाओं के साइड-इफेक्ट की संभावना होती है वहीं दूसरी ओर होम्योपैथी पूरी तरह से सुरक्षित है। आज होम्योपैथी चिकित्सा ने पूरी दुनिया में अपने सुरक्षित और सरल इलाज से अपना लोहा मनवाया है। होम्योपैथी चिकित्सा में सभी प्रकार के असाध्य एवं जटिल रोगों का इलाज संभव है बशर्ते दवा के साथ परहेज किया जाए। होम्योपैथी चिकित्सा से सभी प्रकार के इलाज से असंतुष्ट मरीज होम्योपैथी से लाभान्वित हो रहे हैं और वह पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं।

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