दलितों की भी हो रही है मॉब लिंचिंग, 7 साल से मुसलमान निशाने पर-असदुद्दीन ओवैसी

लखनऊ. ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि दलित भी मॉब लिंचिंग के शिकार हैं. उन्होंने कहा कि देश को कमजोर करने की साजिश रची जा रही है. हैदराबाद के सांसद ने कहा कि आरोपियों को जमानत मिलना बहुत आसान है. AIMIM नेता ने कहा कि साल 2014 से ही देश में मुसलमान निशाने पर है.  उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में एक रैली को संबोधित करते हुए ओवैसी ने बाराबंकी रैली में बसपा, सपा, भाजपा और कांग्रेस सभी पर एक सिरे से निशाना साधा.

ओवैसी ने कहा- ‘मुसलमानों के साथ धर्मनिरपेक्षता को जानबूझकर कमजोर किया गया है. दलितों को निशाना बनाया जा रहा है.  मुसलमानों के खिलाफ अत्याचार भाजपा के इशारे पर किए गए हैं जबकि अन्य दलों – सपा, बसपा या कांग्रेस ने दर्शकों की भूमिका निभाई … उन्होंने सीएए, ट्रिपल तालक के खिलाफ नहीं बोला.’

BJP ने किया पलटवार
वहीं बीजेपी ने ओवैसी के आरोपों पर पलटवार किया है. भाजपा नेता और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि राज्य की कानून व्यवस्था बहुत बेहतर है. वहीं बीजेपी ने ओवैसी के आरोपों पर पलटवार किया है.

भाजपा नेता और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि राज्य की कानून व्यवस्था बहुत बेहतर है. उन्होंने ओवैसी को ‘चुनावी मेंढ़क’ बताते हुए कहा कि यह सिर्फ मजहब की सियासत कर रहे हैं. सिंह ने कहा कि कानून से छेड़छाड़ करने वालों को छोड़ते नहीं और लिचिंग करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की गई है.

यूपी पहुंचे हैं ओवैसी
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर ओवैसी प्रदेश की तीन दिन की यात्रा पर मंगलवार को लखनऊ पहुंचे थे. मंगलवार को उन्होंने लखनऊ में पत्रकार वार्ता के बाद अयोध्या के रूदौली कस्बे में जनसभा आयोजित कर अपने अभियान की शुरूआत की थी.

वहीं, बुधवार को ओवैसी की सुल्तानपुर जिले में चुनावी सभा हुई और बृहस्पतिवार को उन्हें बाराबंकी में जनसभा को संबोधित करना था. ओवैसी 2022 में होने वाले प्रदेश के विधानसभा चुनाव में 100 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा पहले ही कर चुके हैं.

भाजपा ने 2019 में सुल्तानपुर से लोकसभा चुनाव कैसे जीता?-ओवैसी
इससे पहले सुल्तानपुर की एक जनसभा में ओवैसी ने कहा, ‘कहा जाता है़ ओवैसी लड़ेगा तो वोट काट देगा.’ उन्होंने सवाल किया, ‘सुलतानपुर में आप सबने अखिलेश यादव को झोली भर कर वोट दिया तो सूर्या (सूर्यभान सिंह भाजपा विधायक) कैसे जीते? 2019 में लोकसभा के चुनाव में सुलतानपुर से भाजपा कैसे जीती, तब ओवैसी तो चुनाव नहीं लड़ रहा था. क्या अखिलेश यादव ने कहा कि हिंदू ने वोट नहीं किया इसलिए हारे? क्यों मुसलमानों को कहते हैं, मुसलमानों ने वोट नहीं दिया, क्या मुसलमान कैदी हैं?’ ओवैसी ने ये भी कहा कि दो बार भाजपा मुसलमानों के वोटो से नहीं जीती है़.

इस आरोप को खारिज करते हुए कि उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़कर ओवैसी भाजपा के प्रतिद्वंद्वियों के वोट खराब करेंगे, हैदराबाद के सांसद ने सवाल किया, ‘जब आप सभी (मुसलमानों) ने अखिलेश यादव की पार्टी को वोट दिया तो पिछले विधानसभा चुनाव में यहां से एक भाजपा उम्मीदवार कैसे जीता? इसी तरह भाजपा ने 2019 में सुल्तानपुर से लोकसभा चुनाव कैसे जीता, जबकि एआईएमआईएम वहां नहीं लड़ी थी?’

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