बिहार बेरोजगारों का बना केंद्र, तेजस्वी यादव का नीतीश कुमार पर तंज

तेजस्वी यादव ने कैमूर पहुंचकर नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला । तेजस्वी ने कहा बेरोजगारों का केंद्र बन गया है हमारा बिहार। यहां पर बेरोजगारी 46.6% है औसत। बिहार में हर दूसरा घर के लोग कर रहे पलायन। इस पलायन पर उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी कहते हैं मौज करने के लिए लोग जाते हैं बाहर, हंसी आती है उनके बयान पर।

कैमूर जिले के सुवरा हवाई अड्डा भभुआ पहुंचे तेजस्वी यादव ने महागठबंधन के प्रत्याशियों के लिए मांगे वोट। किया जनसभा को संबोधित । तेजस्वी यादव की सभा में सोशल डिस्टेंस की उड़ी धज्जियां। बैरिकेटिंग पार कर लोग पहुंचे मंच तक। कोविड-19 के नियमों का नहीं हुआ पालन। बिहार सरकार के चार मंत्री की कोरोना से हो चुकी है मौत। डब्ल्यूएचओ के चेतावनी के बावजूद नजरअंदाज कर सभाओं में हो रहा है भीड़ । पुलिस प्रशासन बने रहे मुक दर्शक। तेजस्वी यादव की एक झलक पाने के लिए लोग मोबाइल में करते रहते विडियो कैद। तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा और लोगों से एक मौका देने का आह्वान किया।

तेजस्वी यादव ने कहा मेरी भी सरकार बनते ही मैं पहले कैबिनेट मीटिंग में ही पहली साइन कर दस लाख लोगों को रोजगार दूंगा। इसका सारा रूपरेखा मैंने कर लिया है तैयार। हम जो भी कहते हैं वह करके दिखाएंगे। लोग कहते हैं कि यह नौकरियां कहां से आएगा तो मैं बता रहा हूं कि साढे चार लाख शिक्षा विभाग में सरकारी नौकरी मिलेगा। उसके बाद पुलिस महकमे में भी काफी सीट खाली है। नीतीश जी को बताना चाहिए कि यह सभी सीटें क्यों खाली है बिहार में। मणिपुर जैसे आबादी में एक हजार लोगों पर पुलिसकर्मी है लेकिन बिहार में ऐसा नहीं है। हमारे चाचा जी ने चार साल में चार सरकार बनाया। डबल इंजन होने के बावजूद भी बिहार के लोगों को नहीं मिला रोजगार। जब मोदी जी कह रहे थे कि हर साल दो लाख नौजवानों को रोजगार देंगे तो उस समय हंसी उनको क्यों नहीं आ रहा था। हम ठेठ बिहारी हैं जो कहते हैं वह कर के दिखाते हैं । लालू जी ने नब्बे हजार करोड का मुनाफा रेलवे में दिया है। रेलवे का तीन कारखाना बिहार में खोला लेकिन इनके शासनकाल में कुछ नहीं हुआ। दस नवंबर को परिणाम आने वाला है इस बार राजद की सरकार बनेगी, 15 सालों में बेरोजगारी नहीं मिटा, कल-करखाने नहीं लगे, और ना ही पलायन रुका। कोरोना महामारी उदाहरण है कि कितने लोगों ने पलायन किया था, वापस आ रहे प्रवासी मजदूरों को भी नीतीश जी नहीं आने दे रहे थे । बिहार बेरोजगारी का केंद्र बन गया है। यहां पर 46 परसेन्ट बरोजगारी दर औसत है। हर दूसरा घर बिहार का प्लान कर रहा है। वही सुशील मोदी कहते हैं कि मौज के लिए बिहारी पलायन करते हैं। नीतीश जी कहते हैं कि बिहार के चारों तरफ समुद्र नहीं है इसलिए हम रोजगार नहीं लगाते हैं ।

 

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