इल्म सबसे बड़ी भक्ति है, इबादत है : आवाज़ ए ख़्वातीन

इल्म सबसे बड़ी भक्ति है, इबादत है : आवाज़ ए ख़्वातीन

इल्म सबसे बड़ी भक्ति है, इबादत है : आवाज़ ए ख़्वातीन

दिल्ली। आप लोग जीवन में जो बनना चाहती हैं, उसकी नींव रखने की सही उम्र यही है। जब नींव सही रखी जाएगी तभी उस पर की गई तामीर भी मजबूत बनेगी। इसलिए अपने भविष्य को लेकर अभी से तैयारी शुरू कीजिए। यह बातें आवाज़ ए ख़्वातीन की निदेशक रत्ना शुक्ला आनंद ने कही।

बुधवार को आवाज़ ए ख़्वातीन की टीम दिल्ली के चावड़ी बाजार स्थित राजकीय कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय पहुंची। मकसद था स्कूल की छात्राओं को यूपीएससी की तैयारी अभी से करने के लिए मार्गदर्शन करना। स्कूली छात्राओं को यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी का रास्ता बताने के लिए दिल्ली के जसोला स्थित नियोम आईएएस एकैडमी के संस्थापक निदेशक मो. आफताब हुसैन भी आवाज़ ए ख़्वातीन की टीम के साथ मौजूद थे।

छात्राओं को संबोधित करते हुए संस्थान की निदेशक रत्ना शुक्ला आनंद ने कहा कि जीवन में आगे क्या बनना है इसे अभी से तय कीजिए। और जो तय कीजिए उसके लिए अभी से सही दिशा में प्रयत्न कीजिए। शिक्षा पर रोशनी डालते हुए निदेशक ने कहा कि क़ुरआन में शिक्षा को बहुत महत्व दिया गया है। शिक्षा ही सबसे बड़ी भक्ति है, इबादत है। उन्होंने इस बात पर ज़ोर देते हुए कहा कि चुनौतियों को स्वीकार करने के लिए हमेशा तैयार रहिए।

 

 

इस मौके पर छात्राओं को संबोधित करते हुए नियोम आईएएस एकैडमी के संस्थापक निदेशक मो. आफताब हुसैन ने कहा कि सफलता पाने के लिए कड़ी मेहनत की जरूरत तो है ही साथ ही लगातार मेहनत की सबसे अधिक जरूरत है। स्कूल की छात्राओं से उन्होंने कहा कि किताबों से दोस्ती कीजिए। अगर आपने किताबों से दोस्ती कर ली तो आप जीवन में कोई भी सफलता हासिल कर सकती हैं। लड़कियों की पढ़ाई को लेकर और उनकी सफलता के बारे में उन्होंने कहा कि लड़कियां लगातार अच्छा कर रही हैं, लेकिन उनको और भी अच्छा करने की जरूरत है।

आफताब हुसैन ने कहा कि आईएएस बन कर आप वो सब कुछ कर सकती हैं जो आप करना चाहती हैं। आप अपना जीवन संवारने के अलावा दूसरों के जीवन को भी सुंदर बना सकेंगी। इस मौके पर राजकीय कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय की प्रिंसिपल मकिया कमाल ने आवाज़ ए ख़्वातीन की टीम और नियोम आईएएस अकैडमी के निदेशक का आभार प्रकट किया कि उनके स्कूल की छात्राओं को आईएएस बनने के लिए मार्गदर्शन दिया गया। छात्राओं से उन्होंने कहा कि आईएएस बनने के लिए जो रास्ता आपको दिखाया गया है उम्मीद है आप सभी उन रास्तों पर चलकर सफलता हासिल करेंगी और अपने साथ अपने मां बाप और देश का नाम रोशन करेंगी।

इस मौके पर निदेशक रत्ना शुक्ला आनंद के साथ मो. आफताब हुसैन, स्कूल की प्रधानाध्यापिका मकिया कमाल, शिक्षिका भारतीय खंडूजा, गजाला परवीन, सबा अगवानी, अफरोज अंसारी, रोमाना प्रवीण, समर बेगम, माया देवी, पूनम यादव, सफिया, रेखा रानी और सानिया खान मौजूद थी।

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