झूठ की दुकान चला रहे पाकिस्तान को ट्विटर की फटकार, कई खाते बैन

कश्मीर से 370 हटाने के बाद से पाकिस्तान भारत के खिलाफ ज़हर उगल रहा है। कश्मीर को लेकर अपनी भड़ास निकालने और भारत के खिलाफ नफरत फ़ैलाने के लिए पाकिस्तान ट्विटर और दूसरे सोशल मीडिया माध्यमों का इस्तमाल कर रहा है। घाटी में शांति भंग करने के लिए सोशल मीडिया पर रोज़ाना कोई न कोई अफवाह फैलाई जा रही है। इन सभी अफवाहों और नफरत भरे बयानों को लेकर ट्विटर ने पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को नोटिस जारी किया है।

दरअसल पिछले काफी समय से पाकिस्तान के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मंत्रीगण और जनता द्वारा कश्मीर मुद्दे को लेकर सोशल मीडिया पर अफवाहों के ज़रिए नफरत फ़ैलाने की कोशिश की जा रही है। राष्ट्रपति आरिफ अल्वी के ट्विटर अकाउंट पर भी कश्मीर की स्थिति को लेकर कुछ नकली ख़बरों का प्रचार होने की सूचना मिली जिसमे उन्होंने घाटी में सुरक्षाबलों द्वारा हिंसा किए जाने का दावा किया। रोज़ाना ऐसी नकली ख़बरों से देश को भड़काने के लिए ट्विटर ने उनसे नोटिस जारी कर जवाब माँगा है। इस ‘जवाब दो’ नोटिस की वजह से पाकिस्तान में विरोध शुरू हो गया है। पाकिस्तान के मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजरी ने आरोप लगाया है कि ट्विटर भारत की मोदी सरकार का मुखपत्र बन गया है। मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी ने राष्ट्रपति अल्वी को ट्विटर अधिकारीयों से प्राप्त मेल के स्क्रीन शॉट को पोस्ट करते हुए लिखा कि नोटिस उपहास भरा है।”

पाकिस्तानी नागरिकों के अकाउंट ससपेंड

पाकिस्तान के संचार मंत्री मुराद सईद ने भी बताया है कि ट्वीटर की तरफ से उन्हें भारतीय कानूनों के उल्लंघन करने का नोटिस मिला है। इन नोटिस के बारे में इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के महानिदेशक मेजर जनरल आसिफ गफूर ने ट्वीट किया कि,”पाकिस्तान के अधिकारियों ने कश्मीर के समर्थन में पोस्ट करने के लिए पाकिस्तानी खातों को निलंबित करने के खिलाफ ट्विटर और फेसबुक पर मामला उठाया है। ट्विटर के क्षेत्रीय मुख्यालय में भारतीय कर्मचारी इसका कारण हैं।” दरअसल कुछ समय पहले पाया गया कि ट्विटर ने कुछ पाकिस्तानी नागरिकों के अकाउंट को ससपेंड कर दिया है। इनमे वहां के टीवी एंकर इमरान खान, फराह सादिया और इस्लाम के विद्वान खादिम हुसैन रिज़वी के ट्विटर अकाउंट भी शामिल हैं।

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