खबरदार! जो किसी मंत्री ने रिश्तेदार को नौकरी दी, पीएम ने कैबिनेट की बैठक में दी कई चेतावनियां

प्रधानमंत्री मोदी ने सरकारी मंत्रालयों में भ्रष्टाचार को काबू में लाने के लिए बड़े कदम उठाए हैं। बीते बुधवार अपने मंत्री परिषद को निर्देश देते हुए उन्होंने कहा है कि वे ऐसे दावें करें जो स्थापित हो सकें और मंत्रालयों में सलाहकारों की भूमिका में अपने रिश्तेदारों को नियुक्त करने से बचें। जानकारी के अनुसार केंद्रीय मंत्री परिषद की बैठक की अध्यक्षता करते हुए मोदी ने मीडिया और सार्वजनिक तौर पर गैर जरूरी टिप्पणियों का हवाला दिया और मंत्रियों से स्पष्ट तौर पर कहा कि वे केवल तथ्यों को बताएं या ऐसे दावें करें जो स्थापित हो सकें।

प्रधानमंत्री ने मंत्रियों को अपने संबंधित मंत्रालयों में या विभागों में सलाहकारों की भूमिका में अपने रिश्तेदारों को नियुक्त न करने के निर्देश दिए है। शासन की ‘गति और ‘दिशा में सुधार करने के लिए मोदी ने कहा कि कैबिनेट मंत्रियों और राज्य मंत्रियों के बीच बेहतर समन्वय होना चाहिए। उन्होंने मंत्रियों से कहा कि उनका संवाद अपने मंत्रालयों के शीर्ष अधिकारियों तक सीमित न होकर पदक्रम में अपेक्षाकृत निचले स्तर के अधिकारियों जैसे संयुक्त सचिवों, निदेशकों और उप-सचिवों से भी होना चाहिए ताकि इन अधिकारियों को लगे कि वे भी टीम का हिस्सा हैं। इसके साथ ही पीएम मोदी ने मंत्रियों को समय समय पर अपने अधिकारियों को प्रोत्साहित और उत्साहित करने की हिदायत दी। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने कुछ मंत्रियों की तरफ इशारा करते हुए समयपाबंद होने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि मंत्रियों को सुबह साढ़े नौ बजे तक दफ्तर पहुंच जाना चाहिए क्योंकि शीर्ष मंत्रियों के अनुशासित होने से इसका सकारात्मक प्रभाव उनके संबंधित मंत्रालयों की रचनात्मकता और दक्षता पर और समूची सरकार के कामकाज पर भी पड़ेगा। मोदी ने कहा कि उन्होंने कई बार अपने कैबिनेट सहयोगियों को अनुशासन, समय की पाबंदी और काम करने की प्रतिबद्धता के संदर्भ में नेतृत्व करने के लिए कहा है।

जम्मू-कश्मीर के पैकेज का ऐलान

मंत्रिपरिषद की बैठक में जम्मू-कश्मीर(Jammu & Kashmir) की स्थिति पर भी चर्चा हुई। प्रधानमंत्री मोदी ने मंत्रियों से जम्मू-कश्मीर के लिए योजनाओं और परियोजनाओं पर काम करने को कहा है। जानकारी के अनुसार अगले कुछ दिनों में जम्मू-कश्मीर के लिए करोड़ों रुपये के पैकेज का ऐलान किया जा सकता है। ये पैकेज राज्य में 100 से अधिक केंद्रीय कानून लागू करने के लिए जरूरी आधारभूत ढांचा तैयार करने के लिए होगा। मोदी ने राज्य के उन अधिकारियों और छात्रों के साथ संवाद कायम करने का भी आह्वान किया जो वर्तमान समय में देश के विभिन्न हिस्सों में रह रहे हैं। इसके साथ ही गृहमंत्री अमित शाह(Amit Shah) ने कश्मीर की स्थिति और हटाए गए 370 के प्रावधानों पर काफी देर तक प्रस्तुति दी। उन्होंने बताया कि घाटी में स्थिति धीरे-धीरे सुधर रही है। घाटी में कई स्थानों पर सुरक्षा एवं संचार पाबंदियों को लेकर उन्होंने कहा कि पाबंदियां केवल कुछ स्थानों पर लागू हैं जहां सुरक्षा को खतरा है। उन्होंने पाबंदियों का बचाव करते हुए कहा कि यह व्यापक हित के लिए है। इसके साथ ही उन्होंने संचार और लोगों की आवाजाही पर पूर्ण रोक न होने का आश्वासन दिया।

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