घरेलू कलह, एग्जाम में फेल होना और लव अफेयर किशोरों में सुसाइड की बड़ी वजहें, शादी की समस्या भी इसका कारण

देश में हर चार मिनट में एक सुसाइड दर्ज होती है। 2019 में साल भर में 1.39 लाख से ज्यादा लोगों ने आत्महत्या की। इनमें 41% लोग ऐसे थे जिनकी उम्र 14 से 30 साल के बीच थी। यानी सुसाइड करने वालों में युवाओं की आबादी आधे से कुछ कम है। इन युवाओं के आत्महत्या करने की बड़ी वजहों में घरेलू विवाद, लव अफेयर और शादी से जुड़ी समस्याएं शामिल हैं। 30 जुलाई लोकसभा में महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने ये जानकारी दी।

NCRB के मुताबिक देश में सुसाइड के मामले भी बढ़ रहे हैं। 2018 के मुकाबले 2019 में सुसाइड के मामलों में 3.4% की बढ़ोतरी हुई। सुसाइड की सबसे बड़ी वजह घरेलू विवाद है। उसके बाद अलग-अलग बीमारियों की वजह से लोग सुसाइड करते हैं।

2017 से 2019 तक घरेलू विवाद की वजह से सबसे ज्यादा सुसाइड हुई हैं। 2019 में कुल 79,607 लोगों ने सुसाइड की, जिसमें से 23% लोगों ने घरेलू विवाद की वजह से मौत को गले लगा लिया। इसमें 18 से 30 साल के पुरुषों की संख्या ज्यादा है। सुसाइड की दूसरी सबसे बड़ी वजह बीमारी है। इसके बाद शादी में विवाद, एग्जाम में फेल होना और बेरोजगारी की वजह से सबसे ज्यादा लोगों ने सुसाइड की है।

इन्हीं 3 सालों में 202 महिलाओं ने रेप या शारीरिक प्रताड़ना से परेशान होकर सुसाइड की है। इनमें 14-18 साल की युवा लड़कियों की संख्या आधी से भी ज्यादा है।

किशोरों में सुसाइड की सबसे बड़ी वजह घरेलू कलह, एग्जाम में फेल होना और लव अफेयर
14-18 साल के किशोरों की बात करें तो 18-30 एज ग्रुप की तरह यहां भी सुसाइड की सबसे बड़ी वजह घरेलू कलह है। दूसरा सबसे बड़ा कारण एग्जाम में फेल होना है। इसके बाद लव अफेयर की वजह से सबसे ज्यादा किशोर सुसाइड करते हैं। घरेलू कलह की वजह से 2019 में 2,151 किशोरों ने, एग्जाम में फेल होने की वजह से 1,379 किशोरों ने और लव फेयर की वजह से 1,257 किशोरों ने आत्महत्या की। यानी आत्महत्या करने वाले कुल किशोरों में 57% ने इन्हीं तीन वजहों से आत्महत्या की।

घरेलू विवाद का असर किशोर लड़कियों पर ज्यादा हो रहा है। 2017 से 2019 के दौरान 14 से 18 साल के कुल 6,098 किशोरों ने सुसाइड किया, इनमें से 58% लड़कियां थीं। वहीं एग्जाम में फेल होने की वजह से सुसाइड करने वालों में लड़कों का प्रतिशत ज्यादा है।

युवाओं (18 से 30 साल) में भी सुसाइड की सबसे बड़ी वजह घरेलू कलह, बीमारी दूसरे नंबर पर
18-30 साल के युवाओं में भी सुसाइड की सबसे बड़ी वजह घरेलू कलह है। दूसरी सबसे बड़ी वजह बीमारी और शादी से जुड़ी समस्याएं हैं। इसके बाद लव अफेयर की वजह से सबसे ज्यादा युवा सुसाइड करते हैं। 2019 में घरेलू कलह की वजह से 16,280, बीमारी की वजह से 5,786 और शादी से जुड़ी समस्याओं की वजह से 4,236 युवाओं ने आत्महत्या की। यानी आत्महत्या करने वाले कुल युवाओं में आधे से ज्यादा ने इन्हीं तीन वजहों से आत्महत्या की।

2017 से 2019 तक कुल 13,386 लोगों ने शादी में समस्याओं की वजह से सुसाइड की। इनमें से करीब एक चौथाई (4509) सुसाइड दहेज की वजह से हुईं, जिसमें 93% महिलाएं थीं। इन तीन सालों में दहेज की वजह से 59 ऐसी लड़कियों ने सुसाइड की, जिनकी उम्र 14 से 18 साल के बीच थी। शादी की वजह से होने वाले सुसाइड में दहेज सबसे बड़ी वजह है। 2019 में ही 1,427 महिलाओं ने दहेज की वजह से सुसाइड की।

सुसाइड की वजहों में दूसरे नंबर पर बीमारी है। इन तीन सालों में हर साल साढ़े 6 हजार से भी ज्यादा लोगों ने बीमारियों की वजह से सुसाइड की है। इनमें से सबसे ज्यादा लोगों ने मानसिक बीमारी या पागलपन की वजह से सुसाइड की है। कैंसर, एड्स और पैरालिसिस भी बीमारियों की बाकी वजहों में शामिल है।

समाज में ज्यादा इमोशनल मानी जाने वाली महिलाएं भावनात्मक तौर पर पुरुषों से ज्यादा मजबूत हैं। अपने किसी प्रिय के निधन के बाद सदमे से महिलाओं से ज्यादा सुसाइड पुरुषों ने किया है।

साल 2019 में 5 हजार 957 किसानों ने सुसाइड की। इसमें सबसे ज्यादा (2680) किसान महाराष्ट्र के हैं। उसके बाद कर्नाटक के 1331 किसानों ने आत्महत्या की है। 2017 से 2019 तक देश में 17 हजार 675 किसानों ने अलग-अलग कारणों से सुसाइड की।

2018 से 2019 के दौरान देश में सुसाइड के मामले 3.5% बढ़ गए हैं। सबसे ज्यादा बढ़ोतरी बिहार में हुई है। राज्य में 2018 में सुसाइड करने वालों की संख्या 443 थी जो 2019 में बढ़कर 641 हो गई। पंजाब में भी सुसाइड के मामले 37% बढ़े हैं। हिमाचल प्रदेश में 2018 के मुकाबले 2019 में कम लोगों ने सुसाइड की है। राज्य में इस दौरान सुसाइड के मामलों में 21% की गिरावट आई है, जो किसी भी राज्य में सबसे ज्यादा है।

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