आरे कॉलोनी में पेड़ों की कटाई के बीच बच्चों ने खटखटाया सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा

महाराष्ट्र में आरे कॉलोनी में पेड़ों की कटाई को लेकर मामला गर्माता जा रहा है। एक तरफ जहाँ लोगों का विरोध पप्रदर्शन जारी है, वहीँ कॉलोनी में लगभग सारे पेड़ काटे जा चुके हैं। फिलहाल प्रशासन के आला अफसर मौके पर मौजूद हैं। वहीँ दूसरी तरफ रविवार दोपहर आरे कॉलोनी के छात्रों का एक प्रतिनिधिमंडल मदद के लिए चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के पास पहुंचे। इस दौरान चीफ जस्टिस से अपने विशेषाधिकार का प्रयोग कर पेड़ों की कटाई पर स्टे की अपील की गई।

बता दें कि आरे जंगल की कटाई के विरोध करने वाले 29 बच्चो को गिरफ्तार कर लिया गया था। वहीँ शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी, शुभा राउल और एनसीपी नेता जीतेन्द्र अवहद को भी गिरफ्त में ले लिया गया है। आरे कॉलोनी में पेड़ों की कटाई को लेकर बच्चों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया है। प्रतिनिधिमंडल ने चीफ जस्टिस से अपने विशेषाधिकार का प्रयोग कर पेड़ों की कटाई पर स्टे की अपील की। मंडल के प्रतिनिधि का कहना है कि कानूनी प्रक्रिया और अपील याचिका दायर के लिए भी समय नहीं बचा है। क्योंकि जब तक कार्यवाही शुरू होगी, तब तक तो सभी पेड़ कट चुके होंगे।

बॉम्बे कोर्ट ने कटवाए पेड़

इस मामले को लेकर कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि प्रकृति के प्रति मेरा प्यार आरे पर राजनीति नहीं है। विकास के लिए पेड़ो को काटा जा रहा है, लेकिन ऐसा तभी किया जाना चाहिए जब कोई अन्य ऑप्शन ना हो। गौरतलब है कि बॉम्बे हाई कोर्ट ने 2,646 पेड़ों की कटाई को चुनौती देने वाली सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया था। जिसके बाद शुक्रवार देर रात को ही कटाई शुरू कर दी गई। लोगों ने भारी संख्या में इकट्ठा होकर इसका विरोध किया। मुंबई मेट्रो-3 के लिए कार-शेड बनाने के लिए रास्ता साफ करने को लेकर आरे कॉलोनी में पेड़ों को काटने का विरोध किए जाने के मद्देनजर मुंबई पुलिस ने शनिवार को धारा 144 लागू कर दी और करीब 70 लोगों को हिरासत में ले लिया गया था।

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