आईफोन में एपल कितना:

दुनियाभर में जिस आईफोन की डिमांड सबसे ज्यादा, एपल नहीं बनाती उसका एक भी पार्ट; जानिए इसमें यूज होने वाले 34 पार्ट्स कौन बनाता है

चर्चा है कि आज रात लॉन्च होने वाले आईफोन 13 में एपल 1TB स्टोरेज देने वाली है। इसमें सैटेलाइट कनेक्टिविटी के लिए भी हार्डवेयर मिल सकता है। यानी नया आईफोन दमदार हार्डवेयर से लैस रहने वाला है। वैसे, आपको ये जानकर हैरानी होगी कि जिस आईफोन की डिमांड दुनियाभर में है, उसके लिए एपल एक भी हार्डवेयर तैयार नहीं करती है। बल्कि वो 8 देशों की 23 कंपनियों से आईफोन के 34 पार्ट्स तैयार कराती है। हालांकि, आईफोन में इस्तेमाल होने वाला सॉफ्टवेयर एपल का होता है।

टेक एक्सपर्ट अभिषेक तैलंग ने बताया कि एपल आईफोन का डिजाइन और ब्लूप्रिंट तैयार करती है। फिर उसे तैयार करने के लिए अलग-अलग ओरिजिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर (OEM) से पार्टनरशिप की जाती है। एपल इन कंपनियों से वैसा ही हार्डवेयर तैयार करती है जैसा उसने डिजाइन किया है। इस काम को अमेरिका के साथ चीन, ताइवान, जर्मनी, नीदरलैंड जैसे देशों में मौजूद कई कंपनियां करती हैं।

जैसे, आईफोन में मिलने वाला डिस्प्ले सैमसंग तैयार करवाती है। वहीं, आईफोन में मिलने वाला कैमरा सोनी द्वारा तैयार किया जाता है। हालांकि, ये जरूरी नहीं है कि हर आईफोन के लिए यही कंपनियां उसके पार्ट्स तैयार करें। इसमें बदलाव किए जा सकते हैं। एपल इन कंपनी से ऐसा एग्रीमेंट तैयार करती है जिसके चलते यदि ये कंपनियां एपल के पार्ट्स की डिटेल लीक करती हैं या फिर उसे किसी दूसरे फोन में इस्तेमाल करती हैं, तब उन पर करोड़ों का मुकदमा किया जा सके।

एपल आईफोन के पार्ट्स कौन से देश में कौन सी कंपनी तैयार करती हैं, इसे हम आईफोन 6S के उदाहरण से समझते हैं…

यहां हम आपको आईफोन 6S से समझा रहे हैं। आईफोन में कुल 34 अलग-अलग पार्ट्स होते हैं। जिसमें जर्मनी में एक्सेलेरोमीटर तो जापान में सोनी कंपनी इसका कैमरा मॉड्यूल तैयार करती है। 8 देशों की मदद से आईफोन के पार्ट्स बनाए जाते हैं। जिनमें अमेरिका, चीन, ताइवान, दक्षिण कोरिया, जापान, जर्मनी, नीदरलैंड और यूके शामिल हैं।

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