राहुल के कर्नाटक में आने के बाद बीजेपी आई टेंशन में!

भाजपा और आरएसएस बैकफुट पर आने को मजबूर हो गए हैं। वे सब लोग परेशान हैं, क्योंकि भारत जोड़ी यात्रा से नए राहुल गांधी और नई कांग्रेस पार्टी उभरकर सामने आई है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अगुवाई में निकाली जा रही ‘भारत जोड़ो यात्रा’ इन दिनों कर्नाटक में है। बारिश के कारण शनिवार को इस यात्रा में देरी हुई। कर्नाटक में आज यात्रा का दूसरा दिन है और गुंडलूपेट में मूसलाधार बारिश की वजह से यात्रा बाधित हुई। कांग्रेस पार्टी के सूत्रों के अनुसार, यात्रा शनिवार को चामराजनगर जिले के तोंडावाड़ी से सुबह साढ़े छह बजे आगे बढ़नी थी।

 

कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘भारत जोड़ो यात्रा अपने 24वें दिन बेगुर से सुबह साढ़े छह बजे शुरू होनी थी, लेकिन बारिश के कारण इसमें विलंब हो गया है। 15 दिनों के अंतराल के बाद बारिश हुई और इससे किसानों को फायदा होगा। यह निश्चित रूप से वही है जिसके लिए प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से यात्रा निकाली जा रही है।’

‘BJP-RSS बैकफुट पर आने को मजबूर’

जयराम रमेश ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा से नए राहुल गांधी का उदय हुआ है। उन्होंने कहा, ‘भाजपा और आरएसएस बैकफुट पर आने को मजबूर हो गए हैं। वे सब लोग परेशान हैं, क्योंकि भारत जोड़ी यात्रा से नए राहुल गांधी और नई कांग्रेस पार्टी उभरकर सामने आई है।’

 

राहुल गांधी ने कोरोना से जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों के लिए शनिवार को उचित मुआवजे की मांग की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा कि आप उन्हें उनका हक क्यों नहीं दे रहे हैं। गांधी ने गुंडलुपेट में ऑक्सीजन की कमी के कारण जान गंवाने वाले कोरोना वायरस मरीजों के परिवार के सदस्यों से शुक्रवार को बातचीत की।

 

कोरोना के कारण जान गंवाने वालों के लिए मुआवजा की मांग

बातचीत का वीडियो साझा करते हुए पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने शनिवार को ट्वीट किया, ‘प्रधानमंत्री, प्रतीक्षा की सुनिए जिसने भाजपा सरकार के कोविड कुप्रबंधन के कारण अपने पिता को गंवा दिया।’ गांधी ने कहा कि उसने अपनी पढ़ाई और परिवार की जरूरतें पूरी करने के लिए सरकार से मदद की गुहार लगाई है। उन्होंने पूछा, ‘क्या कोविड पीड़ितों के परिवार उचित मुआवजा पाने के हकदार नहीं हैं? वे उन्हें उनका हक क्यों नहीं दे रहे हैं?’

बता दें कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी शुक्रवार को सुबह तमिलनाडु के गुडलुर से कर्नाटक के गुंडलूपेट पहुंचे। कर्नाटक में यात्रा 21 दिन में 511 किलोमीटर का सफर तय करेगी। कन्याकुमारी से सात सितंबर को शुरू हुई यह यात्रा 30 जनवरी 2023 को जम्मू में संपन्न होगी।

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