उत्तराखंड : केदारनाथ में बर्फीले तूफान का कहर , क्या केदारनाथ है फर्ज प्रलय की नोक पे?

केदारनाथ से एक वीडियो जारी किया गया जिसमे पहाड़ी से बर्फ नीचे की ओर आती दिखाई दे रही है। इससे हिमस्खलन

केदारनाथ से एक वीडियो जारी किया गया जिसमे पहाड़ी से बर्फ नीचे की ओर आती दिखाई दे रही है। इससे हिमस्खलन कहा जाता है। बताया जा रहा है ये हफ्ते में तीसरी बार हुआ है। स्थिति अभी नियंत्रण है लेकिन वहा के लोगो का कहना है स्तिथि कभी भी बिगड़ सकती है अगर ज्यादा मात्रा में बर्फ नीचे की ओर आई।

 

केदारनाथ मंदिर को कोई नुकसान नहीं हुआ और चार धाम यात्रा भी बाधित नहीं हुई। केदारनाथ क्षेत्र में एक पखवाड़े में यह दूसरा हिमस्खलन है। क्षेत्र में लगातार हिमस्खलन के कारणों का पता लगाने के लिए विशेषज्ञ 3 अक्टूबर को क्षेत्र का दौरा करेंगे।

बद्री-केदार मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया, “वर्ष के इस समय के दौरान हिमालयी क्षेत्र में भारी बारिश, बर्फबारी और हिमस्खलन एक आम विशेषता है। एक रात पहले तेज बारिश हुई और शनिवार की सुबह हिमस्खलन हुआ। उन्होंने कहा, “हिमस्खलन मंदिर से बहुत दूर था और इसने किसी भी तरह से यात्रा को प्रभावित नहीं किया है।”22 सितंबर को केदारनाथ से करीब 5 किलोमीटर दूर चोराबाड़ी ग्लेशियर के जलग्रहण क्षेत्र में हिमस्खलन हुआ था। कोई नुकसान नहीं बताया गया। रुद्रप्रयाग के जिला मजिस्ट्रेट मयूर दीक्षित ने उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (यूएसडीएमए) को सूचित किया कि “लगभग 5.30 बजे, केदारनाथ मंदिर के पीछे लगभग 6 से 7 किमी पीछे आंशिक हिमस्खलन हुआ था”। डीएम ने पत्र में यह भी उल्लेख किया कि मंदाकिनी और सरस्वती नदियों के जल स्तर में कोई वृद्धि नहीं देखी गई है, जो मंदिर के करीब बहती हैं।

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