कांग्रेस ने की इंदौर कलेक्टर को हटाने और सीएम शिवराज के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने की मांग

भोपाल। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता एवं चुनाव आयोग कार्य प्रभारी जेपी धनोपिया ने शनिवार को मुख्य निर्वाचन आयुक्त भारत निर्वाचन आयोग को दो अलग अलग शिकायतें सौंपकर इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह को तत्काल स्थानांतरित किये जाने एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा ट्वीट को लेकर प्रकरण दर्ज किये जाने की मांग की है।

धनोपिया ने अपने पत्र में कहा है कि 25 सितम्बर, 2020 को भारत निर्वाचन आयोग द्वारा चुनावों की घोषणा कर दी गई है तथा स्पष्ट रूप से उल्लेखित किया है कि मध्यप्रदेश में होने वाले 28 विधानसभा क्षेत्रों के उप चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा 29/9/2020 को की जाऐगी, चुनाव कार्यक्रम घोषित होना शेष है, ऐसी स्थिति में शासकीय अधिकारियों खासकर कलेक्टर्स की भूमिका निष्पक्ष होना शासकीय प्रक्रिया का एक अंग होता है, लेकिन खेद है कि इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के चहेते हैं, उनके द्वारा शासकीय कार्यक्रमों के नाम पर होने वाले चुनावी सभा सांवेर विधानसभा क्षेत्र में आज आयोजित है, उस कार्यक्रम में आमजनों को लाने-ले जाने के लिए करीब 600 बसों को आरटीओ द्वारा अधिग्रहित कराया गया और उन बसों में पेट्रोल-डीजल शासन द्वारा उपलब्ध कराए जाने के संबंध में आदेश पत्र जारी किया गया। जिसमें सांवेर क्षेत्र के लिए आसपास के 41 पेट्रोल पम्पस को आदेशित किया गया है कि उक्त अधिग्रहित की गई 600 बसें बिना भुगतान किए पेट्रोल/डीजल की पूर्ति की जाना है।

उन्होंने कहा है कि सांवेर विधानसभा क्षेत्र में शासकीय कार्यक्रम की आड़ में विशाल चुनावी आमसभा आयोजित की जा रही है, जिसमें भाजपा के उम्मीदवार सहित भाजपा नेताओं को उपकृत किया गया है। यह शासकीय धन का दुरुपयोग है। इसमें इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह की विशेष भूमिका है।

वहीं धनोपिया ने दूसरी शिकायत में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के ट्वीट को लेकर उनके खिलाफ प्रकरण दर्ज किये जाने की मांग की है। धनोपिया ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री जैसे पद पर पदस्थ रहते हुए शिवराजसिंह चौहान द्वारा चुनाव आयोग के दिशा निर्देशों का मजाक उड़ाया गया। उन्होंने ट्वीट किया है कि ‘मेरे प्रिय दोस्तों मध्यप्रदेश, बिहार, कर्नाटक सहित देश भर में कई जगह चुनाव होने वाले हैं। हमें कोरोना काल को देखते हुए चुनाव आयोग के दिशा निर्देशों का पूरा ध्यान रखना है, हाथ पूरी तरह सैनीटाइज कर साफ कर देना है’। धनोपिया ने इस ट्वीट को चुनाव आयोग का अपमान बताया है।

धनोपिया ने भारत निर्वाचन आयुक्त से मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से निवेदन है कि निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों को तोड़ मरोडक़र मुख्यमंत्री चौहान द्वारा ट्वीट कर चुनाव आयुक्त की अवमानना की है, के संदर्भ में उनके विरूद्ध अपराधिक प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही की जाना चाहिए, जिससे कि भारत निर्वाचन आयोग की भविष्य में कोई अन्य व्यक्ति अवमानना न कर सके। वहीं दूसरी शिकायत के आधार पर कलेक्टर मनीष सिंह को तत्काल पद से हटाया जाये, जिससे कि मध्यप्रदेश में होने वाले 28 विधान सभा के उप चुनाव निष्पक्ष एवं स्वतंत्र रूप से सम्पन्न हो सकेंगे।

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