सीएम योगी ने भ्रष्टाचार को जड़ से उखाड़ फेकने का लिया फैसला, अब से मंत्रियों के साथ इन्हें भी देना होगा संपत्ति का ब्योरा

सीएम योगी ने भ्रष्टाचार पर किया प्रहार, कहा- अब से मंत्रियों के साथ इन्हें भी देना होगा संपत्ति का ब्योरा  

लखनऊ: यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ दोबारा सत्ता में आने के बाद लगातार कई बड़े अहम फैसले ले रहे हैं. इसी कड़ी में सीएम योगी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी जीरो टॉलरेंस पॉलिसी को आगे बढ़ाते हुए नया निर्देश जारी किया है. अब मंत्रियों के साथ-साथ आईएएस व आईपीएस अफसर, उनकी पत्नी व परिजनों को अपनी संपत्ति का ब्योरा देना पड़ेगा. सिस्टम में करप्शन को खत्म करने के लिए सीएम योगी ने आदेश दिया है कि अब हर साल सभी मंत्री अपनी संपत्ति का ब्योरा देंगे. इसके साथ ही साथ आईएएस व आईपीएस अफसर उनके परिवार वालों को भी यह जानकारी देंगे की हर साल उनकी चल और अचल संपत्ति में कितना इजाफा हुआ यह बताना होगा. इतना ही नहीं इस विवरण को ऑनलाइन पोर्टल पर भी सार्वजानिक किया जाए ताकि जनता भी उसे देख सके.

मंत्रियों के कामकाज में परिवार का नहीं होगा हस्ताक्षेप

सीएम योगी आदित्यनाथ के इस आदेश को बड़ा कदम बताया जा रहा है. इतना ही नहीं सीएम योगी ने यह भी कहा है कि मंत्रियों के कामकाज में परिवार का कोई हस्तक्षेप नहीं करेगा. मुख्यमंत्री ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि सरकार के कामकाज में परिवार का दखल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा है कि यूपी के 18 मंडलों में सभी मंत्रियों को जनता के दरवाजे पर जाना होगा. इसके लिए समय सारिणी भी तैयार की जा चुकी है.

सपा ने इसे बताया नाटक

सीएम योगी के इस अहम फैसले पर सपा के प्रवक्ता फखरुल हसन ने कहा कि सरकार सुशासन का नाटक कर रही है. उन्होंने कहा कि इससे पहले भी केंद्र सरकार ने यह फैसला किया था. लेकिन क्या किसी मंत्री, अफसर ने अपनी संपत्ति का ब्योरा दिया. यह सिर्फ भाजपा का प्रचार ही है. इससे पहले भी कहा गया था कि सभी सांसद एक-एक गांव गोद लेगा, क्या किसी ने भी लिया है?

बीजेपी ने बताया इसे ऐतिहासिक फैसला

यूपी के पूर्व डीजीपी व भाजपा सांसद बृजलाल ने इसे ऐतिहासिक फैसला बताते हुए कहा कि अफसरों के लिए तो यह पहले से ही था, लेकिन अब मंत्रियों और उनके परिजनों को भी यह करना होगा. इससे सिस्टम में पारदर्शिता आएगी. दरअसल, जनता के मन में यह सवाल हमेशा ही रहता था कि किसी के विधायक, सांसद या फिर मंत्री बनने पर उनकी संपत्ति में कैसे इजाफा हो जाता है. यही बात आईएएस व आईपीएस अफसरों के साथ भी थी.

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