अखिलेश-जयंत ने सीएम योगी पर बोला हमला, कहा- किसानों का इंकलाब होगा, 22…

जयंत चौधरी ने सीएम योगी पर कसा तंज, कहा- बाबा को करो फ्री, बछड़ों के साथ

लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव को देखते हुए समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव लगातार छोटे-छोटे दलों के साथ गठबंधन कर रहे हैं. ऐसे में अखिलेश यादव और आरएलडी अध्यक्ष जयंत चौधरी के बीच गठबंधन का आधिकारिक ऐलान कर दिया है. मेरठ में संयुक्त रैली के दौरान दोनों नेताओं ने भाजपा पर जमकर वार किया है. अखिलेश यादव ने योगी सरकार को ललकारते हुए कहा कि इस बार पश्चिम में भाजपा का सूरज हमेशा के लिए डूब जाएगा। अखिलेश ने कहा कि इस बार किसानों का इंकलाब होगा और 2022 में बदलाव होगा। जयंत चौधरी ने ऐलान किया कि सरकार बनने पर मेरठ में शहीद किसानों का स्मारक बनवाया जाएगा।

किसानों का इंकलाब होगा, 22 में बदलाव होगा’

अखिलेश यादव ने रैली में अपने संबोधन में बीजेपी पर जमकर हमलावर हुए हैं. अखिलेश ने कहा, ‘जनसैलाब देखकर मैं कह रहा हूं कि इस बार पश्चिम में बीजेपी का सूरज डूब जाएगा। ये उत्साह बता रहा है कि इस बार किसानों का इंकलाब होगा और 22 में बदलाव होगा। हमारे किसानों को क्या-क्या नहीं सहना पड़ा इस सारकार में।’

‘मेरठ में बनेंगे शहीद किसानों का स्मारक’- जयंत

जयंत चौधरी ने रैली में कहा, ‘किसानों ने बड़ी लड़ाई लड़ी और शायद पहली बार मोदी जी को झुकाने का काम किया, लेकिन बहुत बड़ी कुर्बानी दी। हम भूल नहीं सकते कि किस तरह लखीमपुर में किसानों को रौंदा गया था। 700 से ज्यादा किसान शहीद हो गए। इसलिए मैं वादा करना चाहता हूं कि इस क्रांति धरती पर, हम और अखिलेश साथ चल रहे हैं। हमारे गठबंधन का ऐलान हो गया। ये डबल इंजन की सरकार हम देंगे। जब हमारी सरकार बनेगी तब हम पहला काम करेंगे कि मेरठ में शहीद किसानों की स्मृति में एक स्मारक बनाएंगे।’

सड़क टूट गई नारियल नहीं फूटा’

जयंत चौधरी ने अपने भाषण में ये भी कहा कि, ‘डबल इंजन की सरकार का हाल देखिए। बिजनौर में नई सड़क का उद्घाटन करते हुए विधायक नारियल फोड़ते हैं, सड़क टूट जाती है। अखिलेश ने एक्सप्रेसवे बनवाए, ये इंजीनियर की बात समझते हैं, ये विज्ञान की बात समझते हैं। बाबा जी बाबा जी को गुस्सा बहुत आता है। मैंने उन्हें हंसते नहीं देखा। वह तभी खुश नजर आते हैं जब बछड़ों के बीच होते हैं। इस बार उन्हें फ्री कर दो ताकि गोरखपुर में 24 घंटे बछड़ों के साथ खेलें।’

‘100 प्याज भी खाए और जूते…’

बता दें इस संयुक्त रैली की शुरुआत जयंत चौधरी ने की है। रैली में जयंत ने एक किस्सा सुनाते हुए कहा, ‘कुछ दिन पहले मेरठ में एक चोर पकड़ा गया। उसकी गाड़ी में बीजेपी का झंडा लगा था। उसे सजा के तौर पर दो विकल्प रखे गए या तो 100 प्याज खा लो या 100 जूते। उसने सोचा प्याज खा लेता हूं। 30-40 प्याज खाए तो आंसू निकल आए। फिर उसने कहा कि प्याज बहुत हो गया, जूते दे दो। फिर थोड़े जूते खाए तो कहा कि चोट लग रही है, प्याज खिला दो। ऐसा ही कुछ हाल केंद्र सरकार भाजपा का भी हो रहा है। 100 प्याज भी खा लिए, 100 जूते भी।

किसान आंदोलन से बदली वेस्ट की पॉलिटिक्स

किसान आंदोलन के चलते पश्चिम यूपी का माहौल काफी बदल गया है। पिछले चुनाव में बीजेपी ने यहां विपक्ष का सफाया कर दिया है लेकिन इस बार समीकरण बदले हुए हैं। संयुक्त रैली के लिए सपा-आरएलडी ने पूरी ताकत झोंक दी है। राजनीतिक जानकार मानते हैं कि जयंत अखिलेश के साथ आने से पश्चिम यूपी में बीजेपी को इस बार नुकसान उठाना पड़ सकता है। अगर ये गठबंधन वोट बटोरने में कामयाब रहा तो यूपी में सत्ता वापसी का सपना संजोये बीजेपी की राह काफी मुश्किल हो सकती है।

 

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