बड़ी खबर: फूल डालने भागा समर्थक.. पूर्व CM की गाड़ी से ही कुचला गया, मौत.. Video Viral.. 6 पर दर्ज हुई FIR

आंध्र प्रदेश के पलनाडु जिले में एक राजनीतिक रैली के दौरान बड़ा हादसा हो गया, जिसमें वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के 55 वर्षीय कार्यकर्ता की दर्दनाक मौत हो गई। मृतक वाईएस जगन मोहन रेड्डी के काफिले पर फूल बरसाने की कोशिश कर रहे थे, तभी उनका पैर फिसला और वह गाड़ी की चपेट में आ गए। इस घटना को लेकर पूर्व सीएम जगन, उनके सहयोगियों और ड्राइवर सहित छह लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इस दुर्घटना ने राज्य की राजनीति में हलचल मचा दी है।

फूल बरसाने के दौरान हुआ हादसा

मृतक की पहचान चीली सिंगय्या के रूप में हुई है, जो पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी के कट्टर समर्थकों में से एक थे। घटना 18 जून 2025 को उस समय हुई जब जगन रेड्डी का काफिला ताडेपल्ली से सत्तेनापल्ली की ओर बढ़ रहा था। एटुकुरू बाईपास के पास सिंगय्या ने जगन की गाड़ी पर फूल बरसाने की कोशिश की, इसी दौरान उनका संतुलन बिगड़ा और वह सीधे काफिले की फॉर्च्यूनर गाड़ी के नीचे आ गए।

अस्पताल ले जाते समय तोड़ा दम

गंभीर रूप से घायल सिंगय्या को आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घटना के वक्त काफिले में तीन गाड़ियां थीं और सुरक्षा का कोई विशेष इंतजाम नहीं था। इस घटना ने प्रशासनिक लापरवाही पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

सीसीटीवी और ड्रोन फुटेज से मिली पुष्टि

गुंटूर पुलिस ने घटना की जांच गंभीरता से शुरू की और सीसीटीवी फुटेज, ड्रोन वीडियो, और चश्मदीद गवाहों के बयान इकट्ठे किए। जांच के बाद यह पुष्टि हुई कि मृतक कार्यकर्ता वाईएस जगन रेड्डी की गाड़ी के पहियों के नीचे आ गया था।

पीड़ित की पत्नी चीली लुर्धू मैरी की शिकायत के आधार पर पहले धारा 106(1) BNS के तहत मामला दर्ज किया गया था, जिसे बाद में धारा 105 और 49 BNS के साथ अपडेट किया गया।

छह लोगों पर केस दर्ज, पूर्व सीएम भी आरोपी

पुलिस जांच के बाद छह लोगों को आरोपी बनाया गया है। इनमें ये नाम प्रमुख हैं:

  • वाईएस जगन मोहन रेड्डी (पूर्व मुख्यमंत्री)
  • रमना रेड्डी (वाहन चालक)
  • नागेश्वर रेड्डी (पीए)
  • वाईवी सुब्बा रेड्डी (पूर्व सांसद)
  • पेरनी नानी (पूर्व विधायक)
  • विदादला राजिनी (पूर्व मंत्री)

इन सभी पर लापरवाही, अप्रत्यक्ष हत्या और प्रशासनिक चूक के आरोप लगे हैं।

सरकार को बताया जिम्मेदार

आंध्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (APCC) की अध्यक्ष वाईएस शर्मिला रेड्डी ने इस घटना को लेकर राज्य सरकार और पुलिस पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा:

“जब सरकार ने राजनीतिक रैलियों पर प्रतिबंध लगा रखा है, तो फिर जगन मोहन रेड्डी की रैली को अनुमति कैसे मिली?”

शर्मिला ने आरोप लगाया कि कांग्रेस की रैलियों को जबरन रोका जाता है जबकि सत्ताधारी दल को खुली छूट दी जाती है। उन्होंने इस घटना को “सरकारी मूक समर्थन से हुई मौत” करार दिया।

भावनाओं की भीड़ में प्रशासन की चूक?

यह घटना सिर्फ एक सड़क दुर्घटना नहीं, बल्कि प्रशासनिक चूक, राजनीतिक सत्ता और अंधभक्ति का त्रिकोणीय उदाहरण बन गई है। सवाल यह है कि अगर उचित सुरक्षा व्यवस्था होती, तो क्या सिंगय्या की जान बच सकती थी?

 

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