विधायक तलब लेकिन सच बाहर, योगी क्यूँ नही सुन रहे ओबीसी की

उत्तर प्रदेश में हैं बीजेपी सरकार और इस सरकार के मुखिया हैं, योगी महाराज। 2017 में योगी महाराज की सरकार बनी तो जनता को लगा अब राम राज होगा और बीजेपी के विधायकों को लगा अब उनका भी उद्दार होगा ।जनता के सुख का तो पता नही लेकिन एक लंबे समय से सत्ता के सुख से वंचित बीजेपी विधायकों को मलाईदार विधायकी का चस्का लग गया। लेकिन योगी सरकार का आधा कार्यकाल अभी बीता ही था कि कई विधायकों के आंखो से आंसू टपकने लगे और वे रो रो कर कहने लगे की यूपी की योगी सरकार हमारी सुनती नही जिस सरकार को बनाने के लिए हमने नंगे पैर पदयात्रा की, सारे देवी देवताओं को मनाया…राम नाम के नारे लगाए। हर दरवाज़े पर जाकर जिस सरकार के लिए वोटो का दान मांगा अब वही सरकार हमे दूध में पड़ी हुई मक्खी की तरह निकाल कर फैक रही हैं।

जी ये हम नही बल्कि योगी के खुद के विधायक बोल रहे है। ये सीतापुर से योगी के विधायक राकेश राठोड़ जी है जो इस वक्त सूबे के मुखिया यानी योगी आदित्यनाथ से इस कदर नाराज़ है कि राम का नाम और योगी का राग सुनते ही भड़क उठते हैं ..और सिर्फ यही नही जनता कफ्यू के दिन उधर योगी आदित्यनाथ घंटा बजाकर कोरोना वॉरीयर का उत्साह बढ़ा रहे थे। इधर सीएम योगी को घंटा बजाते देख सीतापुर के विधायक राकेश राठोड़ का खुन फूंक रहा था और विधायकी बचाने की मजबूरी भी कोई चीस होती है इसलिए योगी से तो कुछ कह नही सके लेकिन गाहे बगाहे जो भी टकराए उसी को ताली और थाली पर अपना दिव्य ज्ञान देने लगे।

अब आप सोच रहे होंगे की आखिर समस्या क्या है आखिर क्यों विधायक जी योगी जी से इतना नाराज़ है। तो बता दे कि विधायक जी का असल दर्द ये है कि सत्ता पर उनकी लगाम नही और योगी जी का उनपर ध्यान नही। विधायक राकेश राठोड़ का कहना है कि योगी सरकार में जातिगत राजनीति हो रही हैं। जात पात देखकर पद दिए जा रहे है और पद लिए जा रहे हैं। पिछड़ो का नेतृत्व करने वालो की न तो सरकार में चल रही है और न ही योगी सरकार उनकी सुन रही हैं। ऐसे में रह रह कर ये दर्द विधायक जी का छलक ही आता हैं।

वैसे विधायक जी सरकार के अंदर के आदमी है तो उन्हे ज्यादा अच्छे से पता होगा कि आखिर सरकार में अंदर खाने चल क्या रहा है लेकिन अगर जातिगत पदोन्नती देखी जाए तो ज़रा। इस लिस्ट को देखिए और इस लिस्ट में दिए हुए नामों को देखिए साथ ही नाम के आगे लगे हुए सरनेम को देखिए। ये लिस्ट बस्ती के आईजी आशुतोष कुमार ने जारी की साथ ही इस लिस्ट को देखिए ये लिस्ट उन्नाव के प्रशासनिक अमले ने जारी की जिसमे सरनेम आपको विधायक राकेश राठोड़ के दर्द से मिलते जुलते लगेंगें।

वहीं हमारा सवाल ये है कि आखिर अपना दर्द लेकर विधायक जी मोदी जी के पास क्यों नही गए क्योकि मोदी जी भी कई बार अपने आपको पिछड़ा वर्ग का ही बता चुके हैं लेकिन लगता है वहां भी विधायक जी की सुनवाई नही हो रही हैं। खैर फिलहाल आपको बता दे ओडियो वायरल होने के बाद विधायक जी को योगी जी की दया तो नही लेकिन टेढ़ी दृष्टि जरुर मिल गई हैं क्योकि उत्तर प्रदेश के बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने उनसे थाली और ताली पर सफाई तलब की हैं।

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