पीएम मोदी के कार्यक्रम में क्यों भड़क गए कई NRI ?

प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में नहीं मिली एंट्री, भड़के प्रवासी बोले-बुलाया क्यों?

इंदौर। शहर में आयोजित किए जा रहे प्रवासी भारतीय सम्मेलन के दौरान सोमवार को आयोजन स्थल पर उस समय हंगामे की स्थिति बन गई, जब कई प्रवासी भारतीयों को हॉल में एंट्री करने से रोक दिया गया। वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन से पहले ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर के ग्रैंड हॉल में प्रवेश नहीं कर सके।

लंदन के डिप्टी मेयर को भी मेन गेट पर ही रोक दिया गया, वहीं एक अन्य एनआरआई को हॉल में प्रवेश के लिए मची आपाधापी में मामूली चोटें भी आई हैं। इधर, इस घटना से निराश प्रवासी भारतीयों का कहना है कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में शामिल ही नहीं होने देना था, तो बुलाया क्यों?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम से पूर्व सोमवार सुबह 9.45 बजे ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर का हॉल फुल होने पर एंट्री बंद कर दी गई। हॉल की क्षमता 2200 लोगों के बैठने की है, लेकिन वहां 3000 से ज्यादा लोग पहुंच गए। कुछ मेहमानों ने जबरदस्ती गेट खोलकर घुसने का प्रयास किया, जिन्हें बड़े गेट पर फिर रोका गया। धक्का-मुक्की में एक एनआरआई के हाथ में चोट लग गई। इस आपाधापी से निराश स्पेन से आए जगदीश फोबयानी ने कहा कि टाइम से पहले पहुंचने के बाद भी हमें अंदर नहीं जाने दिया गया।

नाइजीरिया से आए एक प्रवासी मेहमान ने कहा कि हम 8.30 बजे आ गए थे। अंदर जाने नहीं दिया गया। लंदन के डिप्टी मेयर (बिजनेस) राजेश अग्रवाल सुबह 9.45 बजे आयोजन स्थल पर पहुंच गए थे। अग्रवाल को भी आयोजन के मुख्य समारोह में जाने से रोक दिया गया।

बैठने की व्यवस्था नहीं कर पाए, निवेश कैसे आएगा
जमैका से आए 15 सदस्यीय दल को भी ग्रैंड हॉल में प्रवेश नहीं मिल सका। वहां से आए डेलीगेट्स ने इसे लेकर नाराजगी जताई। जमैका के प्रशांत सिंह ने मीडिया से चर्चा में कहा कि जमैका से वहां के मंत्री के साथ 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल आया है। भारत सरकार और शिवराज सरकार 3 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था भी नहीं कर सकी तो भारत ग्लोबल पॉवर कैसे बनेगा? ये इवेंट सरकार के मैनेजमेंट पर बड़ा तमाचा है। ऐसा नहीं होना चाहिए। ऐसे में वहां से निवेश कैसे आएगा।वहीं, कुछ प्रवासियों ने और भी तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा- टीवी पर ही आयोजन दिखाना था तो बुलाया क्यों..?

मुख्यमंत्री ने मंच से मांगी माफी
इस घटना को लेकर इंदौर के सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि शुरुआती दौर में थोड़ा समय जरूर लगा, लेकिन बाद में व्यवस्था को ठीक कर लिया गया। वहीं, मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रधानमंत्री के सामने ही सीएम शिवराज सिंह चौहान को मंच से माफी मांगनी पड़ी। उन्होंने कहा कि माफी चाहता हूं, हॉल छोटा पड़ गया, लेकिन दिल में जगह की कमी नहीं है।

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