SP अध्यक्ष अखिलेश यादव के आह्वान पर उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में CAA के खिलाफ प्रदर्शन जारी

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आह्वान पर आज समूचे उत्तर प्रदेश में के सभी जिलों में भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश एवं केंद्र की सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। जबकि पूरे प्रदेश में इस समय धारा 144 लगाई गई है । इसके बावजूद सपा के द्वारा बड़ी संख्या में जिलाध्यक्ष सहित तमाम नेता एवं कार्यकर्ता पार्टी के जिला स्तरीय कार्यालय पर पहुंच रहे हैं ।

वहीँ अखिलेश यादव ने इस दौरान कहा की “भारतीय जनता पार्टी ये सब जानबूझकर कर रही है। ताकि किसी तरह वो अपनी कुर्सी बचा सके। हमारा संविधान भेदभाव नहीं करता है। ये केवल कुर्सी पाने के लिए भाजपा ये कानून लाई है। समाजवादी पार्टी धर्म आधारित सीएए कानून के खिलाफ विरोध करती है। भारत देश की विशेषता और सबसे बड़ी पहचान यही रही है कि जो भी धर्म, जाति, के लोग यहां शरण मांगने आए हैं हमने उन्हें खुले मन से स्वीकार किया है। भाजपा जानबूझकर देश के भाईचारे को खत्म करना। भारत के लोगों के बीच में खांई पैदा करना चाहती है। मुख्यमंत्री से उन्हीं के पार्टी के 300 से ज्यादा विधायक नाराज हैं।”

 

 

 

इसी के साथ अमेठी पुलिस के तमाम जवान सड़कों पर गश्त कर रहे हैं और सभी समाजवादी पार्टी के नेताओं तथा कार्यकर्ताओं को स्पष्ट निर्देश दिए जा चुके हैं कि किसी भी स्थिति में वह पार्टी कार्यालय से बाहर नहीं दिखाई देंगे । इसके लिए सपा के द्वारा कार्यालय के अंदर ही बैठक की जा रही है। यह बैठक समाप्त होने के उपरांत जिलाध्यक्ष छोटे लाल यादव एवं कार्यकर्ताओं के द्वारा महामहिम राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी अमेठी के द्वारा भेजा जाएगा।

वहीँ समाजवादी पार्टी का कहना है कि उत्तर प्रदेश में इस समय अराजकता की स्थिति है। किसान, मजदूर, नौजवान,व्यापारी, छात्र, बालिकाएं,महिलाएं, अल्पसंख्यक, सभी वर्ग बेरोजगारी, महंगाई, बालिकाओं के साथ दुष्कर्म एवं हत्या में महिलाओं का उत्पीड़न चरम पर है। व्यापारियों मजदूरों छात्रों का जीवन संकट में है। ध्वस्त कानून व्यवस्था और नागरिकता संशोधन विधेयक से समाज को बांटने के खतरे के साथ अनेक समस्याएं विकराल रूप से उत्पन्न हो रही है। किसान बदहाली का शिकार है और उसका उत्पीड़न हो रहा है। गन्ना, धान, आलू आदि के किसान घोर संकट में है । किंतु प्रदेश की भाजपा सरकार किसानों के प्रति संवेदनहीन बनी हुई है। भाजपा ने वादा किया था कि किसानों की आयु दुगनी की जाएगी तथा उनकी फसलों का मूल्य उत्पादन लागत से डेढ़ गुना किया जाएगा। लेकिन किसानों के उत्पादन की लागत मूल्य भी नहीं मिल रहा है। किसानों के उत्पादन व्यय में खाद बीज एवं डीजल विद्युत के महंगे होने के चलते किसानों के सामने आर्थिक संकट बढ़ता जा रहा है। जब-जब प्रदेश में सरकार समाजवादी पार्टी की रही है तभी गन्ना किसानों के गन्ना मूल्य में वृद्धि हुई है।

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