बड़ी खबर: UPI करने वालों के लिए खुशखबरी.. NPCI ने किए बड़े बदलाव, अब 15 सेकंड में होगा..

नई दिल्ली, 3 मई 2025 — भारत में डिजिटल भुगतान प्रणाली को और अधिक तेज और प्रभावी बनाने के लिए नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) में महत्वपूर्ण बदलावों की घोषणा की है। इन नए नियमों के तहत, 16 जून 2025 से यूपीआई ट्रांजेक्शंस की प्रोसेसिंग टाइम को आधा कर दिया जाएगा, जिससे उपयोगकर्ताओं को पहले से कहीं अधिक तेज और सुगम भुगतान अनुभव मिलेगा।
UPI ट्रांजेक्शंस होंगे अब और तेज
NPCI द्वारा जारी सर्कुलर के अनुसार, यूपीआई के प्रमुख एपीआई जैसे ‘रिक्वेस्ट पे’ और ‘रिस्पॉन्स पे’ की प्रतिक्रिया समय को 30 सेकंड से घटाकर 15 सेकंड कर दिया गया है। इसके अलावा, ‘ट्रांजेक्शन स्टेटस चेक’ और ‘पेमेंट रिवर्सल’ जैसी सेवाओं के लिए प्रतिक्रिया समय को 30 सेकंड से घटाकर मात्र 10 सेकंड कर दिया गया है। ‘एड्रेस वेलिडेशन’ की प्रक्रिया भी अब 15 सेकंड से घटाकर 10 सेकंड में पूरी होगी।
बैंकों और पेमेंट ऐप्स को नए नियमों का पालन अनिवार्य
NPCI ने सभी रेमिटर बैंक, बेनिफिशियरी बैंक और पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर्स (जैसे PhonePe, Paytm, Google Pay आदि) को निर्देशित किया है कि वे इन नए प्रतिक्रिया समय मानकों का पालन सुनिश्चित करें। इसका उद्देश्य यूपीआई इकोसिस्टम में ट्रांजेक्शंस की गति और विश्वसनीयता को बढ़ाना है।
उपयोगकर्ताओं के लिए बेहतर अनुभव
इन बदलावों से उपयोगकर्ताओं को ट्रांजेक्शन की स्थिति जानने, भुगतान रिवर्सल और एड्रेस वेरिफिकेशन जैसी सेवाओं में तेज प्रतिक्रिया मिलेगी। इससे न केवल समय की बचत होगी, बल्कि डिजिटल भुगतान का अनुभव भी अधिक सहज और भरोसेमंद बनेगा।
डिजिटल इंडिया की दिशा में एक और कदम
हर महीने लगभग 25 लाख करोड़ रुपये के डिजिटल ट्रांजेक्शंस को प्रोसेस करने वाले यूपीआई सिस्टम में यह बदलाव डिजिटल इंडिया अभियान को और मजबूती प्रदान करेगा। तेज और सुरक्षित भुगतान प्रणाली से न केवल उपभोक्ताओं को लाभ होगा, बल्कि व्यापारियों और वित्तीय संस्थानों के लिए भी यह एक सकारात्मक कदम है।
16 जून 2025 से लागू होने वाले इन नए नियमों के साथ, यूपीआई उपयोगकर्ताओं को पहले से कहीं अधिक तेज और प्रभावी डिजिटल भुगतान अनुभव मिलेगा। NPCI का यह कदम भारत को कैशलेस अर्थव्यवस्था की दिशा में और आगे ले जाएगा।