कल हो सकता है नए मंत्रियों के विभागों का बंटवारा, जानें किसे मिलेगा कौन सा विभाग

कल हो सकता है नए मंत्रियों के विभागों का बंटवारा

लखनऊ: योगी 2.0 की सरकार बनने के बाद अब मंत्रियों की जिम्मेदारी को लेकर चर्चा बनी हुई है. नई योगी सरकार में किस मंत्री को कौन सा विभाग मिलेगा, इसे लेकर शनिवार को नेताओं से लेकर अधिकारियों के बीच खूब अटकलें लगती रहीं. मंत्रियों की शिक्षा व उनके पूर्व अनुभवों को देखते हुए उन्हें अलग-अलग विभाग मिलने की उम्मीद जताई जा रही है. ऐसा माना जा रहा है कि विभागों का बंटवारा सोमवार को हो सकता है.

पिछली सरकार में ऊर्जा मंत्री रहे श्रीकांत शर्मा इस बार मंत्रिपरिषद का हिस्सा नहीं हैं. ऐसे में चर्चा है कि स्वतंत्र देव सिंह को ऊर्जा जैसे महत्वपूर्ण विभाग की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है. सतीश महाना के पास रहा औद्योगिक विकास विभाग नए मंत्री को दिया जाना है. माना जा रहा है कि अरविंद कुमार शर्मा को उनके पूर्व प्रशासनिक अनुभवों को देखते हुए औद्योगिक विकास का जिम्मा सौंपा जा सकता है.

सुरेश राणा चुनाव हार चुके हैं, इसलिए गन्ना जैसे महत्वपूर्ण विभाग को लेकर संभावना जताई जा रही है कि इसकी जिम्मेदारी वेस्ट यूपी से आने वाले मंत्री भूपेंद्र चौधरी को दी जा सकती है. पर्यटन विभाग के स्वतंत्र प्रभार के साथ राज्यमंत्री रहे नीलकंठ तिवारी को दोबारा मंत्रिपरिषद में मौका नहीं मिला है. संभावना जताई जा रही है कि यह विभाग पर्यटन नगरी आगरा से कैबिनेट मंत्री बनाए गए योगेंद्र उपाध्याय को दिया जा सकता है.

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य मिलेगा पुराना विभाग

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को उनका पुराना लोक निर्माण विभाग सौंपा जाएगा. जबकि डिप्टी सीएम बृजेश पाठक नगर विकास मंत्री बनाये जा सकते हैं.  इन सबके बीच पूर्व IAS अरविंद शर्मा को स्वास्थ्य विभाग दिया जा सकता है. उधर, बेबी रानी मौर्य का शिक्षा मंत्री बनाई जा सकती है.

सुरेश खन्ना को वित्त और संसदीय कार्य मंत्री बनाया जा सकता है. सूर्य प्रताप शाही को कृषि या फिर गन्ना विकास, धर्मपाल सिंह ग्राम्य विकास मंत्री, भूपेंद्र चौधरी को पंचायती राज विभाग मिल सकता है. लक्ष्मी नारायण चौधरी एक बार फिर दुग्ध विकास और पशुपालन संभालेंगे, अपना दल (एस) कोटेसे मंत्री बने आशीष पटेल को प्रावधिक शिक्षा की जिम्मेदारी मिलने की संभावना है. जितिन प्रसाद को बेसिक शिक्षा मिल सकता है.बताया जा रहा है कि गृह और औद्योगिक विकास समेत एक दर्जन से ज़्यादा विभाग खुद सीएम योगी आदित्यनाथ के पास रहने की संभावना है.

जितिन प्रसाद को मिलेगा ये विभाग

आशुतोष टंडन अब मंत्री नहीं है. उनका नगर विकास विभाग वरिष्ठतम मंत्री सुरेश खन्ना को संसदीय कार्य के दायित्व के साथ एक बार फिर सौंपे जाने की संभावना है. स्वास्थ्य महकमें की जिम्मेदारी भी खन्ना को दी जा सकती है. प्रोटेम स्पीकर बनाए गए रमापति शास्त्री के पास रहे समाज कल्याण विभाग किसके हिस्से आएगा, इसे लेकर भी तरह-तरह की चर्चाएं हैं.

इसी तरह सहकारिता, श्रम, वन, आबकारी, चिकित्सा, ग्राम विकास, महिला कल्याण, जल शक्ति जैसे अहम विभागों के मंत्रियों के लिए भी अटकलें लगाई जाती रही. लोकसभा चुनाव के मद्देनजर माना जा रहा है कि सहयोगी दलों के दोनों मंत्रियों को भी ठीक-ठाक विभाग की जिम्मेदारी दी जाएगी. पूर्व की सरकारों में मंत्री रहे कुछ कैबिनेट मंत्रियों को उनके अनुभवों को देखते हुए उन्हें पुराना विभाग ही दिया जा सकता है.

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