जरूरत पर बुलाई जाएगी टेरिटोरियल आर्मी, MS Dhoni, नाना पाटेकर, कपिल देव समेत कई बड़े नाम शामिल

देश के मौजूदा सुरक्षा हालात के बीच केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि अब सेना प्रमुख (Chief of Army Staff) को यह अधिकार दिया गया है कि वे जरूरत पड़ने पर टेरिटोरियल आर्मी (Territorial Army – TA) के अफसरों और जवानों को तैनात कर सकते हैं। यह फैसला ऐसे समय पर आया है जब देशभर में सुरक्षा को लेकर अलर्ट जारी है और सीमा पर भी हालात संवेदनशील बने हुए हैं।
राज्यों को इमरजेंसी पावर इस्तेमाल के निर्देश
गृह मंत्रालय ने भी सुरक्षा इंतजामों को मजबूत करते हुए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को इमरजेंसी पावर का इस्तेमाल करने की छूट दे दी है। इसका मकसद किसी भी अप्रत्याशित हालात से तुरंत निपटने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने में सक्षम बनाना है। मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि राज्य सरकारें जरूरत के अनुसार सुरक्षाबलों को तैनात कर सकती हैं।
क्या है टेरिटोरियल आर्मी (TA)? जानिए इसके बारे में
टेरिटोरियल आर्मी भारत की सशस्त्र सेनाओं का एक स्वैच्छिक अर्धसैनिक बल है, जो नागरिकों को सेना की सेवा में आने का अवसर देता है — वह भी अंशकालिक रूप में। इसकी स्थापना 1949 में टेरिटोरियल आर्मी एक्ट के तहत की गई थी। इसका प्रमुख उद्देश्य नियमित सेना को युद्ध, आपदा या किसी भी आपातकालीन स्थिति में सहायता प्रदान करना है। इस बल के सदस्य आम नागरिक होते हैं, जो अपनी सामान्य नागरिक नौकरी के साथ सेना के लिए समय-समय पर सेवा देते हैं।
इन चर्चित हस्तियों ने भी की है टेरिटोरियल आर्मी में सेवा
टेरिटोरियल आर्मी सिर्फ आम नागरिकों तक सीमित नहीं है, कई सेलिब्रिटीज और सार्वजनिक जीवन से जुड़े बड़े नाम भी इससे जुड़ चुके हैं। नीचे कुछ प्रमुख नाम दिए जा रहे हैं:
- महेंद्र सिंह धोनी: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान को 2011 में पैराशूट रेजिमेंट में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल की उपाधि दी गई थी।
- कपिल देव: 1983 विश्व कप विजेता कप्तान को 2008 में पंजाब रेजिमेंट में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल नियुक्त किया गया।
- अभिनव बिंद्रा: ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट शूटर को 2011 में सिख रेजिमेंट में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल की रैंक दी गई।
- मोहनलाल: मलयालम फिल्म इंडस्ट्री के प्रसिद्ध अभिनेता को 2009 में मद्रास रेजिमेंट में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल बनाया गया।
- दीपक राव: क्लोज-क्वार्टर बैटल विशेषज्ञ को पैराशूट रेजिमेंट में 2011 में मानद मेजर का पद दिया गया।
- नाना पाटेकर: अभिनेता ने 1990 में फिल्म ‘प्रहार’ के लिए सेना का प्रशिक्षण लिया और कारगिल युद्ध के दौरान मराठा लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट में मेजर के रूप में सेवा दी।
- अनुराग ठाकुर: भाजपा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री को 2016 में नियमित कमीशन के तहत लेफ्टिनेंट और बाद में कैप्टन बनाया गया।
- सचिन पायलट: कांग्रेस नेता को 2012 में सिख रेजिमेंट की 124 TA बटालियन में लेफ्टिनेंट के रूप में कमीशन मिला।
- राज्यवर्धन सिंह राठौर: ओलंपिक सिल्वर मेडलिस्ट और पूर्व केंद्रीय मंत्री, जिन्होंने भारतीय सेना में सेवा दी और कारगिल युद्ध में भाग लिया।
टेरिटोरियल आर्मी की सक्रियता का क्या मतलब है?
देश के लिए चुनौतीपूर्ण समय में टेरिटोरियल आर्मी का सक्रिय होना इस बात का संकेत है कि सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। TA की ताकत सिर्फ सैन्य शक्ति नहीं, बल्कि देश के नागरिकों की राष्ट्रभक्ति और भागीदारी का प्रतीक है। जब जरूरत पड़ी तो आम आदमी से लेकर सेलेब्रिटी तक, हर कोई देश के लिए मोर्चा संभाल सकता है।