तेजस्वी यादव ने केंद्र सरकार से तत्काल अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग की

तेजस्वी यादव ने केंद्र सरकार से तत्काल अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग की है. साथ ही अग्निपथ के विरोध के दौरान बिहार में गिरफ्तार किए गए

तेजस्वी यादव ने केंद्र सरकार से तत्काल अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग की है. साथ ही अग्निपथ के विरोध के दौरान बिहार में गिरफ्तार किए गए सभी आंदोलनकारियों को रिहा करने की मांग उठाई है. बुधवार को अग्निपथ के विरोध में महागठबंधन दलों ने राजभवन मार्च किया. राज्यपाल से मुलाकात के बाद तेजस्वी यादव ने संवाददाताओं से कहा कि अग्निपथ योजना देश हित में नहीं है. उन्होंने छात्रो पर हुए FIR को वापस लेने की मांग की.

उन्होंने कहा कि यह योजना तत्काल बंद होनी चाहिए. यह बीजेपी और आरएसएस का हिडेन एजेंडा है. वहीं अग्निपथ के खिलाफ युवाओं का आंदोलन शांत होने के बावजूद राजभवन मार्च पर तेजस्वी ने सफाई दी कि वायलेंस शांत हो गया इसका मतलब विरोध शांत नही हुआ है. वायलेंस ही विरोध प्रदर्शन नहीं होता है. आज सरकार कह रही है चार साल के बाद 14 लाख देंगे. 14 लाख देकर क्या एहसान करेंगे? उन्होंने अग्निपथ की खामियां गिनाते हुए कहा कि सरकार ग्रैजुअटी का पैसा बचाना चाहती है. ऐसी योजनाओ से देशभक्ति की भावना नहीं आएगी. उन्होंने कहा कि हमने सरकार से 20 सवाल किया था जिसका जबाब नही मिला. बीजेपी के नेता कहते है 4 साल के बाद बीजेपी कार्यालय में रखेंगे. भाजपा नेता युवाओं को इस बयान के जरिये बेइज्जत किया जा रहा है.

उन्होंने कहा कि बीजेपी नेता अपने बच्चों को अग्निवीर बनाएं. हम 24 लाख देंगे और आरजेडी कार्यालय में रख लेंगे. उन्होंने इस मामले में पीएम मोदी और नीतीश के चुप्पी पर भी सवाल खड़ा किया. सीएम नीतीश को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि विरोध करना है तो नीतीश खुलकर विरोध करें. वहीं अग्निपथ योजना को लेकर राबड़ी देवी ने भी केंद्र सरकार की जमकर आलोचना की. राबड़ी ने कहा कि पीएम मोदी ने देश में आग लगाने का काम किया है. केंद्र के नीतियों के कारण आज सभी जगह यह हाल है. केंद्र सरकार की ओर से युवाओं को नौकरी के बदले परेशान किया जा रहा है.

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