रतलाम: अपने परिवार का मजबूत सहारा बन रही है महिलाएं

रतलाम, 29 जनवरी

जिले के सैलाना में 10 महिलाओं द्वारा मुस्कान स्वयं सहायता समूह का संचालन किया जा रहा है। समूह की महिलाएं विविध आर्थिक गतिविधियों से अपने परिवार का मजबूत आर्थिक सहारा बन गई है। समूह का गठन 2021 में किया गया। दीनदयाल अंत्योदय राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत गठित समूह में 10 महिलाएं शामिल हुई। महिलाएं कमजोर आर्थिक परिस्थिति वाले परिवारों की थी।

जब मिशन के अधिकारियों ने सैलाना में महिलाओं को समूह गठन के फायदे बताएं तो उत्साहित होकर चंदाबाई, रेहाना, निर्मला जैसी महिलाओं ने आपसी विचार-विमर्श पश्चात् अपने समूह का गठन किया। छोटी-छोटी बचत भी शुरू की। 6 महीने की बचत के बाद समूह को 1 लाख रूपए का ऋण बैंक से प्राप्त हुआ। समूह की महिलाओं ने ऋण का उपयोग अपनी आर्थिक गतिविधियों में किया। हर एक महिला ने कुछ राशि लेकर आर्थिक कार्यों का विस्तार किया। समूह की महिलाएं पृथक-पृथक व्यवसाय कर रही हैं। चंदाबाई बांस की टोकरी, झाडू आदि बनाकर बेचती है तो रेहाना रेडीमेड कपड़े सिलकर विक्रय कर रही है तो कुछ महिलाएं मसाला, किराना इत्यादि आर्थिक गतिविधियों से जुड़ी हैं। सभी महिलाएं कुछ ना कुछ आर्थिक गतिविधियां करके अपने परिवार के आर्थिक उत्थान में भागीदार बन रही है।

प्रथम बार ऋण मिलने पर महिलाओं ने उसका समुचित उपयोग किया। नियमित रुप से समय सीमा में किश्ते चुकाई, तो समूह को नवंबर 2022 में 2 लाख 85 हजार रूपए का ऋण दोबारा मिल गया। इससे महिलाओं की कार्य गतिविधियों को नए आयाम मिले। सामग्री खरीदी की दिक्कतें दूर हुई। दुकान में सामान की कमी रहती थी, उसकी पूर्ति हो गई। अब समूह की महिलाओं के हौसले बुलंद हैं, भविष्य के लिए भी बेहतर योजनाएं बना रही हैं। महिलाओं के परिजन भी खुश हैं।

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