उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर अनुपस्थिति की माफ़ी और शपथग्रहण की बधाई दी राहुल और सोनिया गाँधी ने

नवंबर का आखिरी गुरुवार शिवसेना के लिए एक ऐतिहासिक दिन बन गया है। शिवसेना के संस्थापक ठाकरे परिवार से पहली बार कोई महाराष्ट्र की सत्ता संभालेगा। ऐसे में शिवसेना ने इस मौके को ऐतिहासिक बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। शिवाजी पार्क को बिलकुल उसी अंदाज़ में सजाया गया है, जिस अंदाज़ में छत्रपति शिवाजी के राजतिलक के समय सजाया गया था। इस मौके पर सरकार में शिवसेना की साथी पार्टी एनसीपी और कांग्रेस के कई दिग्गज नेता मौजूद रहे। हालाँकि इस खास मौके पर कांग्रेस के पूर्वाध्यक्ष राहुल गाँधी और कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गाँधी अनुपस्थित रहे।

इस समारोह में सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी की अनुपस्थिति को लेकर कयास लगाए जा रहे थे। हालाँकि दोनों नेताओं ने उद्धव ठाकरे को पत्र भेजकर सभी कयासों पर विराम लगा दिया। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर बधाई दी। इसके साथ ही उन्होंने पत्र में लिखा कि महाराष्ट्र में सरकार बनने से पहले की गतिविधियों से साफ कि लोकतंत्र खतरे में है। मैं खुश हूं कि बीजेपी को हराने के लिए गठबंधन एकजुट है। और जनता को हमसे बड़ी उम्मीद है। राहुल ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि हम एक स्थिर, सेक्युलर और गरीबों के हित वाली सरकार देंगे। इसके साथ ही उन्होंने समारोह में उपस्थित होने में असमर्थता जताई।

वहीँ कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने अपने खत में उद्धव ठाकरे को बधाई देने के साथ ही तीनो पार्टियों के गठबंधन पर भरोसा जताया। उन्होंने लिखा कि महाराष्ट्र में लोकतंत्र को खतरा है। इसके साथ ही राज्य में किसान बेहाल हैं, अर्थव्यवस्था गिर रही है, ऐसे में ये गठबंधन राज्य और देश को बेहतर की तरफ लेकर जाएगा। महाराष्ट्र की जनता एक जिम्मेदार सरकार की उम्मीद करती है, और हमारी गठबंधन सरकार बेशक उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश करेगी।

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