अद्भुत है मोदी का ये मंत्री, साईकिल से चलने वाले फकीर ने 72 करोड़ के मालिक को धूल चटा दी!

जिस देश में एक पूर्व प्रधान तक बंगले में रहता हो | महंगी-महंगी गाड़ियों से चलता हो | उस देश में एक सांसद जो अब मंत्री बन चुका है , ऐसा भी है… जो झोपड़ी में रहता है… साइकिल से चलता है… जिसकी संपत्ति केवल सवा लाख रुपए है… लेकिन उसने 72 करोड़ वाले उम्मीदवार को पछाड़ दिया…. कोई उसे फकीरों का नेता कहता है… तो कोई ओडिशा का नरेंद्र मोदी…. यहाँ बात हो रही है…64 बंसत पार कर चुके ओडिशा के बालसौर से बीजेपी सांसद प्रताप चंद्र सारंगी की…जब दूसरे नेता महंगी गाड़ियों में घूमकर प्रचार कर रहे थे, सारंगी साइकिल से प्रचार कर करते थे, उनके इसी अंदाज ने ओडिशा की जनता के दिल में जगह बना ली | जनता को लगा कि उनसे जुड़ा आदमी चुनाव लड़ रहा है | लोगों ने भरोसा दिखाया तो सांरगी ने बीजेडी के रविंद्र कुमार को 11 हजार 956 वोट से हरा दिया |

तो इसलिए सारंगी को मोदी ने बनाया मंत्री ?

उनकी सादगी की चर्चा अब तक सिर्फ ओडिशा में थी… लेकिन अब पूरा देश जानना चाहता है… कि आखिर ये सांरगी कौन हैं… जिनकी सादगी से प्रधानमंत्री मोदी इतने प्रभावित हुए कि उन्हें मंत्री बना दिया |

क्यों अमित शाह बजाते रहे ताली ?

नरेंद्र मोदी कैबिनेट में यूं तो 57 मंत्रियों ने शपथ ली लेकिन चर्चा सबसे ज्यादा सांरगी की हो रही है | जिनके लिए खुद अमित शाह काफी देर तक ताली बजाते रहे | उनका जन्म नीलगिरी के गोपीनाथ गांव में 4 जनवरी 1955 को हुआ था | प्रताप चंद्र सारंगी बीए तक पढ़े हैं |

ओडिशा के मोदी हैं सारंगी

लोग उनकी तुलना पीएम मोदी से करते हैं क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि पीएम मोदी की तरह ही सारंगी भी युवावस्था में सन्यांसी बनने की राह पर निकल पड़े थे, और रामकृष्ण मठ में रहे लेकिन मठ ने उन्हें अपनी विधवा मां की सेवा करने के लिए भेज दिया |

आलीशान बाथरूम की जगह हैंडपंप पर नहाने का शौक है मंत्री को

सारंगी दो बार विधायक भी रह चुके | विधायक बनने के बाद भी उनकी जीवन शैली में कोई अंतर नहीं आया वो एक फकीर की तरह ही अपना जीवन जीते रहे है | सफेद दाढ़ी.. साधरण से कपड़े, थैला और एक साइकिल सारंगी की पहचान है | सांरगी को थ्री इडियट के आमिर खान की तरह सड़क पर लगे हैंडपंप पर नहाने का शौक हैं | आदिवासी क्षेत्रों में बच्चों की पढ़ाई के लिए सारंगी ने कई स्कूल बनवाए हैं | जाहिर है.. जब आम जनमानस की बात करने वाला कोई नेता चुनकर आता है | तो लोगों में लोकतंत्र के प्रति भरोसा और बढ़ जाता है | सांरगी अब मंत्री हैं, देश की अक्षुणता को बनाए रखने की शपथ ले चुके हैं | उन्हें राज्यमंत्री बनाया गया है…सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम का प्रभार मिला है |

Related Articles

Back to top button