केदारनाथ में यात्रियों को दर्शन करना पड़ा भारी, ग्लेशियर टूटने से रोकी गई पैदल यात्रा

पहाड़ी से भारी मात्रा में बर्फ पैदल मार्ग पर गिर गई. गनीमत रहा कि हादसे के वक्त मार्ग खाली था. यात्री या घोड़ा-खच्चर पैदल मार्ग पर नहीं थे. गुरूवार दोपहर दो बजे के आस-पास ग्लेशियर टूटा. एक दिन पहले बुधवार को एनडीआरएफ टीम ने बर्फ हटाकर मार्ग को खोला था. आज दूसरे दिन भी केदारनाथ पैदल मार्ग पर भैरव गदेरे में ग्लेशियर टूट गया. पहाड़ी से देखते-देखते बर्फ बारिश की तरह बहने लगी.

केदारनाथ तीर्थ यात्रियों की बढ़ी मुसीबत

मंजर देखकर आस-पास लोग चीखने लग गये. गुरुवार को केदारनाथ धाम की यात्रा देरी से शुरू हुई थी, लेकिन दोबारा ग्लेशियर टूटने से हजारों यात्री मार्ग के दोनों तरफ फंस गए. दोपहर दो बजे बाद केदारनाथ धाम की पैदल यात्रा को बंद करना पड़ा. प्रशासन की टीम अब पैदल मार्ग से बर्फ को हटाने का काम कर रही है. मार्ग के दोनों ओर सुरक्षा जवान तैनात किये गये हैं. इस बार केदारनाथ धाम में मई महीने तक बर्फबारी जारी है. पहाड़ियां पूरी तरह बर्फ से ढकी हुई हैं. लगातार टूट रही बर्फ से दुर्घटना की आशंका भी बनी हुई है.

ग्लेशियर टूटने से रोकी गई पैदल यात्रा

जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग शाम को भैंरों गदेरे एवं कुबेर ग्लेशियर पर ग्लेशियर टूटने के कारण बंद हो गया था. जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के निर्देशन में डीडीएमए, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, एनडीआरएफ, वाईएमएफ और पुलिस के जवानों ने दोनों ग्लेशियरों को हटाने का काम किया. भैंरों ग्लेशियर से बर्फ हटाने का काम पूरा करने के साथ ही कुबेर ग्लेशियर पर बर्फ हटा लिया गया था, मगर गुरुवार को 2 बजकर 25 बजे भैरों ग्लेशियर पर दोबारा ग्लेशियर टूटने के कारण यात्रा मार्ग पूरी तरह बंद हो गया है.

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