कानपुर में पांडु नदी बनी मुसीबत का सबब

एक तरफ जहां गंगा और यमुना उफान पर है, वहीं दूसरी तरफ कानपुर मे पांडू नदी (Pandu River) के बड़े हुए जलस्तर ने लोगो की मुसीबतें बड़ा दी है | पांडू नदी (Pandu River) का जलस्तर इतना बढ़ गया है कि उसने आस पास के कई गांवो को अपनी चपेट मे ले लिया है। ये गांव पूरी तरह से जलमग्न हो गए है | जिसके चलते लोग घरो से पलायन करने को मजबूर है और आसपास ही कैम्प लगाकर किसी तरह गुजर बसर कर रहे हैं | लोग अभी भी प्रशासन से मदद की आस में बैठें है कि उन्हें राहत के लिए सामग्री मुहैय्या करा दें ।जिससे कि अपने परिवार का किसी तरह भरण पोषण कर सके।

कानपुर मेहरबान सिंह का पुरवा और वरुण विहार के निचले इलाको के हालात

ये नजारा कानपुर मेहरबान सिंह का पुरवा और वरुण विहार के निचले इलाको का है | जहां पर एक दर्जन से अधिक घर पानी मे डूब गये है। वहां झोपङपट्टी मे रहने वाले लोग पलायन कर चुके है। बाढ़ के पानी के अचानक से गांव में आ जाने से वहां रह रहे लोगो को जरा भी संभलने का मौका भी नही मिला । जिसके चलते घर मे रखा राशन और तमाम चीजे खराब हो गई।

प्रशासन ने मदद के नाम पर की खानापूर्ति

हालांकि प्रशासन ने भी मदद के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति करते हुए, एक स्कूल में कैम्प लगवाकर उन्हें रहने को बोल दिया | वहीँ बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि राहत सामग्री के नाम पर बाढ़ पीड़ितों के गुजर बसर के लिए न तो राशन की व्यवस्था की गई न ही कोई स्थाई जगह दी जा रही क्योंकि हर साल बारिश में यही हालात हो जाते है, और पूरा इलाका पानी मे डूब जाता है ।

गाँव के लोगो का बयान

इलाके में रहने वाले गिल्ला प्रसाद बताते है कि देर रात अचानक से पांडु नदी का जलस्तर बड़ा और दखते ही देखते पूरा गांव जलमग्न हो गया। घर मे रखा जो भी राशन था खराब हो गया। लोग घर का सारा सामान हटाकर खाली घरो में रह रहे है। राशन भी नही है भूखे रहकर दिन गुजर रहा है | अधिकारी आते है और कोई ठोस मदद के बिना ही आश्वासन देकर निकल जाते है | उन्होंने बताया कि आसपास के तमाम लोग जिनके घरो में पानी भरा था वो सब यहां से चले गए |

मोहम्मद असलम की रिपोर्ट

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