NCP की अहम बैठक आज अहम, शरद पवार मानेंगे या चुना जाएगा वारिस?

शरद पवार का उत्तराधिकारी चुनने के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की एक समिति की अहम बैठक आज सुबह 11 बजे मुंबई में होगी। मुंबई में हो रही एनसीपी की बैठक में पार्टी शरद पवार के उत्तराधिकारी के नाम का ऐलान कर सकती है। वहीं इस बात की भी संभावना है कि पार्टी पवार को इस्तीफा वापस लेने के लिए मना ले। पार्टी लगातार पवार से अपना इस्तीफा वापस लेने का आग्रह कर रही है, लेकिन उन्होंने इस्तीफा वापस लेने से साफ इनकार कर दिया है। बैठक से पहले एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने बताया कि बैठक में सबसे पहले शरद पवार के इस्तीफे को खारिज करने का प्रस्ताव पेश किया जाएगा और वह खुद पवार का इस्तीफा नामंजूर करने का प्रस्ताव पेश करेंगे।

कमेटी लेगी फैसला

पवार से इस्तीफा वापस लेने की मांग को लेकर एनसीपी में इस्तीफों का दौर जारी है और कार्यकर्ता खून से भी खत लिख रहे हैं। पार्टी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का नाम तय करने के लिए शरद पवार ने 18 सदस्यीय समिति का गठन किया था, जिसे आज अपना फैसला सुनाना है। इस समिति में शामिल होंगे प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे, पीसी चाको, नरहरि जिरवाल, अजीत पवार, सुप्रिया सुले, जयंत पाटिल, छगन भुजबल, दिलीप वलसे-पाटिल, अनिल देशमुख, राजेश टोपे, जितेंद्र आव्हाड, हसन मुश्रीफ, धनंजय मुंडे, जयदेव गायकवाड़ और पार्टी के फ्रंटल सेल के प्रमुख शामिल हैं।

अगर पवार अपना इस्तीफा वापस नहीं लेते हैं तो फिर पार्टी की कमान किसके हाथ में होगी, इसे लेकर भी अटकलों का बाजार गर्म है। पार्टी अध्यक्ष पद के लिए जिन नामों पर सबसे अधिक चर्चा हो रही है उनके बारे में हम आपको बता रहे हैं।

सुप्रिया सुले को मिलेगा अध्यक्ष पद?

NCP नेताओं ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर कहा कि बारामती से लोकसभा सदस्य एवं शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले इस समय बारामती से लोकसभा सांसद हैं। सुले सितंबर 2006 में महाराष्ट्र से राज्यसभा के लिए चुनी गईं। संसद में वह कई अहम मुद्दों को लेकर सरकार को घेरती रही हैं। जब पवार ने लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया तो उन्होंने अपनी राजनीतिक विरासत एक तरह से बेटी को सौंप दी और पंरपरागत सीट बाराबती से उम्मीदवार बनाया। छगन भुजबल और पार्टी के वरिष्ठ नेता मानते हैं कि सुप्रिया सुले इस पद के लिए सबसे अधिक उपयुक्त हैं।

सुप्रिया की छवि कार्यकर्ताओं के बीच मिलनसार, सौम्य और शांत स्वभाव की रही है। विवादित मुद्दे हों या अजित पवार को लेकर बयान, हर बार उन्होंने बखूबी से मीडिया के सामने निर्विवाद रूप से अपनी बात रखी है। इसके अलावा सुप्रिया केंद्र की राजनीति में सक्रिय है और तमाम विपक्षी नेताओं से उनके सहज रिश्ते रहे हैं।

अजित पवार

शरद पवार के भतीजे और महाराष्ट्र के पूर्व उप मुख्यमंत्री अजित पवार का नाम भी अध्यक्ष पद के रेस में शामिल है। जब शरद पवार ने इस्तीफा दिया था तो तमाम नेता उनसे इस्तीफा लेने का आग्रह कर रहे थे, लेकिन दूसरी तरफ अजित पवार ने कहा था, ‘पवार साहब ने फैसला लिया है और वह इसे वापस नहीं लेंगे। पवार साहब हमेशा एनसीपी परिवार के मुखिया रहेंगे। जो भी नया अध्यक्ष होगा वह पवार साहब के मार्गदर्शन में ही काम करेगा।’ इस बयान के भी निहितार्थ निकाले जा रहे थे।

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