Monkeypox in Delhi: दिल्ली में मंकीपॉक्स का पहला केस आया सामने, हिमाचल से घूमकर आया था शख्स

Monkeypox in Delhi: दिल्ली में मंकीपॉक्स का पहला केस आया सामने, हिमाचल से घूमकर आया था शख्स

Monkeypox in Delhi: दिल्ली में मंकीपॉक्स का पहला केस आया सामने, हिमाचल से घूमकर आया था शख्स

 

Monkeypox in Delhi: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मंकी पॉक्स का मामला सामने आया है.

Monkeypox In India : दिल्ली में पहला मंकीपॉक्स का मामला सामने आया है. मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली निवासी 31 वर्षीय शख्स संक्रमित पाया गया है. शख्स फिलहाल दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती है. दो दिन पहले बुखार और चकते शरीर पर आए जिसके बाद भर्ती किया गया. आधिकारिक सूत्र ने बताया कि संक्रमित शख्स बीते दिनों शख्स हिमाचल प्रदेश से घूमकर लौटा है. हालांकि उसकी कोई विदेश यात्रा की अभी हिस्ट्री सामने नहीं आई है. भारत में अभी तक मंकीपॉक्स के चार मामले सामने आ चुके हैं, इसमें से तीन केरल है. बता दें विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि 70 से अधिक देशों में मंकीपॉक्स का प्रसार एक वैश्विक आपात स्थिति है.

डब्ल्यूएचओ की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि 1 जनवरी 2022 से और 22 जून 2022 तक कुल 3413 मंकीपॉक्स के मामलों की पुष्टि हुई है और ये मामले 50 देशों सामने आए है. डब्ल्यूएचओ को मंकीपॉक्स से  एक मौत की सूचना मिली है. इनमें से अधिकांश मामले यूरोपीय क्षेत्र (86%) और अमेरिका (11%) से सामने आए हैं.

केरल में तीन मामले

इससे पहले केरल में शुक्रवार को तीसरा मंकीपॉक्स का मामला मिला है. मलप्पुरम जिले में संयुक्त अरब अमीरात से आया एक युवक संक्रमित मिला है. यह जानकारी अधिकारियों ने दी. युवक को आइसोलेट कर जिले के मंजेरी स्थित राजकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

 

यह राज्य और देश में तीसरा मामला है, पहला मामला 14 जुलाई को दर्ज किया गया था, जब एक युवक संयुक्त अरब अमीरात से आया था, वह कोल्लम में संक्रमित पाया गया. कुछ दिनों बाद, दुबई से आए एक अन्य पुरुष का परीक्षण किया गया, वह भी संक्रमित पाया गया.

 

केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने शुक्रवार को स्वास्थ्य अधिकारियों की एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करने के बाद कहा कि मंकीपॉक्स से डरने की जरूरत नहीं है क्योंकि चीजें पूरी तरह नियंत्रण में हैं और स्वास्थ्य अधिकारी इससे निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं.

 

प्रदेश के सभी 14 जिलों में आइसोलेशन वार्ड तैयार किए गए हैं और राज्य के चारों हवाईअड्डों पर आने वाले यात्रियों की निगरानी के लिए विशेष स्वास्थ्य डेस्क खोली गई है. इससे निपटने के लिए सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को प्रशिक्षित भी किया जा रहा है.

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