मन की बात में पीएम मोदी बोले भारत आंख-में-आंख डालकर देखना और उचित जवाब देना भी जानता है

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मन की बात के अपने 66वें प्रसारण कोरोनावायरस से भारत की जंग के बारे में बात की है। पीएम नरेंद्र मोदी ने इस दौरान भारत और चीन के बीच विवाद पर भी बात की। पीएम मोदी ने बताया कि देश में इस साल कई तरह की आपदाएं आ रही हैं। वहीं मन की बात कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि लद्दाख में भारत की भूमि पर, आंख उठाकर देखने वालों को, करारा जवाब मिला है।

पीएम ने कहा कि कोई भी मिशन जन-भागीदारी के बिना पूरा नहीं हो सकता है। इसीलिए आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक नागरिक के तौर पर हम सबका संकल्प, समर्पण और सहयोग बहुत जरूरी है। आप लोकल खरीदेंगे, लोकल के लिए वोकल होंगे। ये भी एक तरह से देश की सेवा ही है। भारत का संकल्प है – भारत के स्वाभिमान और संप्रभुता की रक्षा। भारत का लक्ष्य है – आत्मनिर्भर भारत। भारत की परंपरा है-भरोसा, मित्रता। भारत का भाव है-बंधुता। हम इन्हीं आदर्शों के साथ आगे बढ़ते रहेंगे।

पीएम मोदी बोले कि छह-सात महीने पहले हम यह कहां जानते थे कि कोरोनावायरस जैसा संकट आएगा और उसके खिलाफ लड़ाई इतनी लंबी चलेगी। यह संकट तो बना ही हुआ है ऊपर से देश में नई नई चुनौतियां सामने आ रही हैं। अभी कुछ दिन पहले देश के पूर्वी छोर पर साइक्लोन तूफान आया। पश्चिमी छोर पर साइक्लोन निसगृह आया । वहां से राज्य में हमारे किसान भाई बहन टिड्डी दल के हमले से परेशान हैं और कुछ नहीं तो देश के कई हिस्सों में छोटे-छोटे भूकंप रुकने का ही नाम नहीं ले रहे हैं। इन सब के बीच हमारे कुछ पड़ोसियों द्वारा जो हो रहा है देश में उन चुनौतियों से भी निपट रहा है। वाकई एक साथ इतनी आपदाएं, इस स्तर की आपदाएं बहुत ही कम देखने को मिलती है। हालात तो यह हो गए हैं कि कोई छोटी छोटी घटना भी हो रही है तो लोग उन्हें भी चुनौतियों के साथ जोड़ कर के देख रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार के रहने वाले शहीद कुंदन कुमार के पिताजी के शब्द तो कानों में गूंज रहे हैं। वो कह रहे थे, अपने पोतों को भी, देश की रक्षा के लिए, सेना में भेजूंगा। यही हौंसला हर शहीद के परिवार का है। वास्तव में, इन परिजनों का त्याग पूजनीय है। भारत-माता की रक्षा के जिस संकल्प से हमारे जवानों ने बलिदान दिया है, उसी संकल्प को हमें भी जीवन का ध्येय बनाना है, हर देश-वासी को बनाना है। हमारा हर प्रयास इसी दिशा में होना चाहिए, जिससे, सीमाओं की रक्षा के लिए देश की ताकत बढ़े, देश और अधिक सक्षम बने, देश आत्मनिर्भर बने – यही हमारे शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि भी होगी।

पीएम मोदी ने कहा कि लद्दाख में भारत की भूमि पर, आंख उठाकर देखने वालों को, करारा जवाब मिला है। भारत, मित्रता निभाना जानता है, तो, आंख-में-आंख डालकर देखना और उचित जवाब देना भी जानता है। लद्दाख में हमारे जो वीर जवान शहीद हुए हैं, उनके शौर्य को पूरा देश नमन कर रहा है, श्रद्धांजलि दे रहा है। पूरा देश उनका कृतज्ञ है, उनके सामने नत-मस्तक है। इन साथियों के परिवारों की तरह ही, हर भारतीय, इन्हें खोने का दर्द भी अनुभव कर रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने जिस तरह मुश्किल समय में दुनिया की मदद की, उसने आज शांति और विकास में भारत की भूमिका को और मज़बूत किया है। दुनिया ने भारत की विश्व बंधुत्व की भावना को भी महसूस किया है। अपनी संप्रभुता और सीमाओं की रक्षा करने के लिए भारत की ताकत और भारत के कमिटमेंट को देखा है।

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