भक्ति और ज्ञान के अनूठे संगम से प्रदेश स्तर तक सुर्खियों में बना मां वाघेश्वरी ग्रामोदय मेला

बुरहानपुर। धामनगांव स्थित मां वाघेश्वरी मंदिर परिसर में आयोजित मां वाघेश्वरी ग्रामोदय मेले में अनेक आयोजन हो रहे है। प्रतिदिन यहां विभिन्न धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम, खेलों को प्रोत्साहन देने हेतु खेलकूद प्रतियोगिताएं लोगों के लिए आकर्षक का केन्द्र बनी हुई है। मेले में प्रदेश सहित सीमावर्ती महाराष्ट्र से सटे गांवों और शहरों से भी बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे है। हजारों श्रद्धालु मां वाघेश्वरी के दर्शन कर ज्ञान एवं प्रकृति रूपी मेले का आनंद ले रहे है। पूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी) के साथ कलेक्टर प्रविणसिंह सहित अनेक जनप्रतिनिधियों ने मां वाघेश्वरी मंदिर में पूजा-अर्चना कर आरती की। ग्रामोदय मेेले का भ्रमण कर यहां आयोजित खेल प्रतिभागिताओं के खिलाडि़यों का उत्साहवर्धन किया।
ग्रामोदय मेले में आयोजित स्वास्थ्य सेवा शिविर में ग्रामीणजन बड़ी संख्या में पहुंचकर इसका लाभ उठा रहे है। शिविर में आने वाले ग्रामीणों का उपचार कर उन्हें निःशुल्क औषधियां भी वितरित की जा रही है। इस बार का ग्रामोदय मेला जल शक्ति से जल जीवन पर केन्द्रित होकर प्रकृति को समर्पित किया गया है। इस हेतु ग्रामोदय मेले के पूरे परिसर में भूमिगत पुनर्भरण एवं जल संरक्षण व संवर्धन हेतु स्लोगन से सजाया गया है। 2 अप्रैल को चैत्र नवरात्रि से शुरू हुआ यह ग्रामोदय मेला भक्ति और ज्ञान के अनूठे संगम ने इसे प्रदेश स्तर तक सुर्खियों में ला दिया है। यहां प्रतिदिन प्रातः एवं सायंकाल में माँ वाघेश्वरी मंदिर में पूजा-अर्चना एवं आराधना की जा रही है। इस दौरान यहां माता के दर्शन करने वाले भक्तों का तांता लगा हुआ है।

इस अवसर पर कलेक्टर प्रवीणसिंह, युवराज महाजन, अशोक पाटिल, विनोद चौधरी, वीरेंद्र तिवारी, अरुण पाटिल, मुकेश शाह, दिनकर महाजन, देवानंद पाटिल, किशोर पाटिल, स्वर्णसिंह बर्ने, प्रदीप पाटिल, सहित अनेक जनप्रतिनिधियों के साथ भक्तगण उपस्थित रहे।

क्रिकेट सहित कबड्डी प्रतियोगिताओं

ग्रामोदय मेला अंतर्गत आयोजित क्रिकेट टूर्नामेंट में कुल 32 टीमें सम्मिलित हो रही है। प्रतिदिन 4 मैच आयोजित किए जा रहे है। कबड्डी प्रतियोगिता में कुल 32 टीमों ने भाग लिया है। प्रतिदिन कबड्डी प्रतियोगिताओं के 8 मैच आयोजित हो रहे है। बालिका बैडमिंटन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर तिलक एकेडमी गुजराती समाज मार्केट बुरहानपुर की खिलाड़ी ज्योति दशोरे व लक्ष्मी अमोदे, द्वितीय स्थान शिवाजी सोनी व पूनज सोनी, तृतीय स्थान पर ग्राम बोरसल हायर सेकंडरी स्कूल की छात्रा सपना धाड़े व शिवानी कोहली रही। वहीं चतुर्थ स्थान पर तिलक एकेडमी गुजराती समाज मार्केट बुरहानपुर की अनन्या राठौर व अक्षदा अमोदे रही।

भजन, कीर्तन एवं भारूड़ की हुई प्रस्तुति

माँ वाघेश्वरी ग्रामोदय मेले में ह.भ.प.मधुकर मावली शेलार वडगांव, मालेगांव महाराष्ट्र एवं उनकी टीम द्वारा भजन, कीर्तन एवं भारूड़ की प्रस्तुति दी गई। मराठी वारकरी संत ह.भ.प.मधुकर मवली शेलार ने देशभक्ति पर अपनी वानी से भक्तांे को मंत्रमुग्ध कर दिया। अध्यात्म, मा भवानी, जगदंबा आदि कीर्तनों की प्रस्तुति दी। उन्होंने कहा कि जीवन नश्वर है और मात्र 2 दिन का है। एक दिन आने का है तो दूसरा दिन जाने का। हमें जब भी मौका मिले-समय मिले तो सुमिरन करना चाहिए। हमारे देश में बहुत से राजा-महाराजा हो गए। लेकिन छत्रपति शिवाजी महाराज जैसा राजा और शासक आज तक नहीं हुआ और नहीं हो सकता है। जिन्होंने हिन्दवी स्वराज की स्थापना की। 1857 की क्रांति को हमें जानना है तो इतिहास पढ़ना होगा। उन्होंने आगे कहा कि माँ जिजाऊ ने किस प्रकार से पराक्रम कर एक नवीन गाथा लिखी, के बारे में उपस्थितजनों को अवगत कराया। वहीं झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के जीवन पर प्रकाश डालते हुए मधुकर माउली महाराज ने कहा कि चमक उठी सन 1857 में वह तलवार पुरानी थी। खूब लड़ी मर्दानी वह तो झांसी वाली रानी थी। हमारी इस भारत देश की नारी, नारी ही नहीं वह वो शक्ति है जो पहली शिक्षिका मां सावित्री बाई फुले थी, जिन्होंने सम्पूर्ण महिलाओं को शिक्षित किया। इस अवसर पर जय ज्योति-जय क्रांति कीर्तन में बंभाड़ा, खामनी, धामनगांव, बोरसल, मोहद, भावसा सहित अन्य गांवों की भजन मंडलियों ने भी अपनी प्रस्तुति दी।

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