पाकिस्तान के ड्रोन हमले से लेकर फाइटर जेट तक, ये है अबतक की पूरी ‘WAR इनसाइड स्टोरी’..

नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच एक बार फिर तनावपूर्ण हालात बने हुए हैं। 6 मई को भारतीय वायुसेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर सटीक कार्रवाई की, जिसमें किसी आम नागरिक या सैन्य ठिकाने को नुकसान नहीं पहुंचाया गया।
वहीं, इसके जवाब में पाकिस्तान ने लगातार भारत पर ड्रोन और मिसाइल से हमले किए, लेकिन हर बार भारत ने इन हमलों को विफल कर दिया। इसका मुख्य श्रेय भारत के अत्याधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम ‘सुदर्शन’ को जाता है। आइए विस्तार से जानते हैं कि कैसे भारत ने पाकिस्तान के हमलों को नाकाम किया और ‘सुदर्शन’ ने कैसे रक्षा की मजबूत दीवार खड़ी की।
पाकिस्तान के सभी हमलों को क्यों नाकाम कर रहा है भारत?
भारत की एयर डिफेंस रणनीति अत्यंत उन्नत और बहुस्तरीय है, जिसमें दुश्मन के किसी भी प्रकार के हवाई हमले से मुकाबला करने की क्षमता है। पाकिस्तान के मिसाइल और ड्रोन हमलों को रोकने के लिए भारत ने S-400 ‘सुदर्शन चक्र’, बराक-8, आकाश, QRSAM, VSHORAD और एकीकृत काउंटर-यूएएस ग्रिड का प्रभावी उपयोग किया है।
कमजोर साबित हुआ पाकिस्तान का एयर डिफेंस सिस्टम
दूसरी तरफ, पाकिस्तान का एयर डिफेंस चीनी सिस्टम्स जैसे HQ-9P, HQ-9BE, LY-80 और FM-90 पर आधारित है। ये सिस्टम तकनीकी रूप से भारत के S-400 या बराक-8 जैसे सिस्टम्स के मुकाबले काफी कमजोर हैं। HQ-9P की रेंज महज 125 किमी और HQ-9BE की 200 किमी है, जबकि भारत का S-400 400 किमी तक की दूरी पर टारगेट को मार गिरा सकता है।
सीमित रडार कवरेज और ट्रैकिंग क्षमताएं
पाकिस्तान के सिस्टम HT-233 PESA रडार पर आधारित हैं, जो केवल सीमित एंगल पर टारगेट को ट्रैक कर सकते हैं। जबकि भारत के AESA रडार्स (जैसे EL/M-2084) 360-डिग्री कवरेज और मल्टी-टारगेट ट्रैकिंग में सक्षम हैं। इससे ब्रह्मोस या राफेल जैसे हाई-स्पीड टारगेट्स को पकड़ना और रोकना पाकिस्तान के लिए मुश्किल हो जाता है।
भारत की SEAD रणनीति ने किया दुश्मन का रडार जाम
भारत ने लाहौर के पास पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम को निष्क्रिय करने के लिए इजरायली हार्पी ड्रोन्स का इस्तेमाल किया। ये ड्रोन विशेष रूप से दुश्मन के रडार को टारगेट कर उसे पूरी तरह निष्क्रिय कर देते हैं। इनकी GNSS-डिनाइड वातावरण में काम करने की क्षमता भी पाकिस्तान के रडार्स के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हुई।
तकनीकी और वित्तीय सीमाएं पाकिस्तान की बड़ी कमजोरी
पाकिस्तान की तकनीकी निर्भरता चीन पर है, और इसके पास आधुनिक एयर डिफेंस को अपग्रेड करने के लिए संसाधन भी सीमित हैं। वहीं भारत ने फ्रांस से राफेल, रूस से S-400, और इजरायल से बराक-8 जैसे हथियार हासिल किए हैं, जो दुनिया के सबसे उन्नत सिस्टम्स में शामिल हैं।
भारत का ‘सुदर्शन चक्र’ – दुश्मन के लिए काल
S-400 एयर डिफेंस सिस्टम, जिसे भारत में ‘सुदर्शन चक्र’ कहा जा रहा है, 400 किमी तक के टारगेट को नष्ट करने में सक्षम है। यह एक साथ 36 टारगेट को ट्रैक कर सकता है और 80% से अधिक सफलता दर के साथ हमला कर सकता है। 7-8 मई 2025 को इसी सिस्टम ने पाकिस्तान के लगभग सभी ड्रोन और मिसाइल हमलों को नाकाम किया।
बराक-8: बहुस्तरीय सुरक्षा कवच
बराक-8, जो भारत और इजरायल की साझेदारी में विकसित हुआ है, 70-100 किमी तक की रेंज में टारगेट को मार सकता है। इसका AESA रडार कम ऊंचाई वाले खतरों जैसे ड्रोन्स और क्रूज मिसाइल्स को ट्रैक कर तुरंत प्रतिक्रिया देता है। यह सिस्टम भारतीय वायुसेना और नौसेना दोनों के लिए रीढ़ की हड्डी बन चुका है।
आकाश और आकाश-NG: स्वदेशी शक्ति का परिचय
भारत में विकसित आकाश मिसाइल सिस्टम 45-80 किमी तक की रेंज में दुश्मन को टारगेट कर सकता है। आकाश-NG वर्जन खासतौर से JF-17 जैसे फाइटर जेट्स और दुश्मन के ड्रोन के खिलाफ बेहद असरदार साबित हुआ है।
QRSAM और VSHORAD: त्वरित और निकट सुरक्षा प्रणाली
QRSAM यानी क्विक रिएक्शन मिसाइल सिस्टम 30 किमी तक के खतरे को तुरंत खत्म कर देता है, जबकि शॉर्ट रेंज सिस्टम्स जैसे शिल्का और तुंगुस्का ड्रोन स्वार्म्स के खिलाफ भारत की रक्षा पंक्ति को मजबूत करते हैं।
एकीकृत ड्रोन्स रोधी प्रणाली (C-UAS)
भारत का एकीकृत काउंटर-UAS ग्रिड RF सेंसर, रडार और जैमर के माध्यम से ड्रोन्स को ट्रैक कर उन्हें निष्क्रिय कर देता है। 7-8 मई को पाकिस्तान के भेजे गए कई ड्रोन इसी सिस्टम द्वारा मार गिराए गए।
बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस (BMD): भविष्य की रणनीति
भारत का BMD कार्यक्रम PAD और AAD जैसे सिस्टम्स के जरिए बैलिस्टिक मिसाइलों को भी नष्ट कर सकता है। ‘प्रोजेक्ट कुशा’ के तहत अब ऐसे सिस्टम्स विकसित किए जा रहे हैं जो स्टील्थ फाइटर और क्रूज मिसाइल्स को भी खत्म कर सकें।
पाकिस्तान की हार, भारत की रणनीतिक जीत
भारत की बहुस्तरीय और तकनीकी रूप से उन्नत एयर डिफेंस रणनीति ने यह साबित कर दिया है कि अब भारत सिर्फ जवाब नहीं देता, बल्कि रणनीतिक रूप से पहले से तैयार रहता है। पाकिस्तान की हर कोशिश, चाहे वह मिसाइल हो या ड्रोन, भारत के ‘सुदर्शन’ के सामने ध्वस्त हो रही है। इससे भारत की सैन्य तैयारियों और तकनीकी प्रभुत्व की स्पष्ट झलक मिलती है।