कोरोना वायरस फिर म्यूटेट हुआ तो बेहद घातक हो सकती है तीसरी लहर- गगनदीप कांग

नई दिल्ली. भारत की शीर्ष माइक्रो बायोलॉजिस्ट और वायरोलॉजिस्ट गगनदीप कांग (Virologist Gagandeep Kang) ने कहा है कि अगर मौजूदा स्थिति में बहुत ज्यादा बदलाव नहीं हुआ तो कोरोना वायरस (Coronavirus) की तीसरी लहर और ज्यादा घातक हो सकती है. उन्होंने कहा कि कोई भी कोरोना की तीसरी लहर (Third Wave of Covid-91) की भविष्यवाणी नहीं कर सकता है. कोई नहीं बता सकता कि वायरस आगे म्यूटेट होगा और बहुत ज्यादा घातक हो सकता है.

हालिया दिनों में केरल में कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति पर गगनदीप कांग ने कहा कि इस बारे में की जा रही आलोचना न्यायसंगत नहीं है. बता दें कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में ‘केरल मॉडल’ की सोशल मीडिया पर जमकर आलोचना हो रही है, संक्रमण बढ़ने के लिए राज्य सरकार द्वारा बरती गई कोताही को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है.

प्रोफेसर गगनदीप कांग ने कहा कि केरल में संक्रमण के मामले बकरीद से पहले ही बढ़ने लगे थे और राज्य प्रशासन को इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि टीकाकरण की धीमी रफ्तार और कम सीरो प्रिवेलैंस किसी भी राज्य को ढील देने की अनुमति नहीं देते हैं.

 

केरल में कोरोना की स्थिति पर गगनदीप कांग ने कहा कि हर राज्य की तरह केरल के लोग भी कोविड प्रतिबंधों के चलते मानसिक रूप से परेशानी महसूस कर रहे हैं. सरकार पर लोगों की ओर से प्रतिबंधों में ढील देने का दबाव है, लेकिन ये सही समय नहीं है. कांग ने कहा कि केरल के लोग ओणम का त्यौहार पहले की तरह नहीं मना सकते और लोगों को वायरस संक्रमण के खिलाफ सतर्क रहना होगा.

हालांकि कांग ने स्वीकार किया कि केरल ने कोरोना संक्रमण का ग्राफ फ्लैट करने में सफलता हासिल कर ली थी, लेकिन वैक्सीन सप्लाई में दिक्कतों के चलते संक्रमण को थामने में मुश्किल हुई. इंडिया टुडे से बातचीत में गगनदीप कांग ने कहा कि केरल में सीरो प्रिवैलेंस की दर बहुत कम है, क्योंकि राज्य सरकार ने वायरस संक्रमण के खिलाफ अपने लोगों का अच्छे तरीके से बचाव किया है. आईसीएमआर के चौथे सीरो सर्वे के मुताबिक केरल के लोगों में एंटीबॉडी की दर 44.5 फीसदी पाई गई है. क्या केरल संक्रमण के मामलों, मौत और टीकाकरण की सही रिपोर्टिंग की कीमत चुका रहा है? इस सवाल के जवाब में गगनदीप कांग ने कहा कि बिल्कुल ये सच है.

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