Shocking: खुदाई में निकलने लगे नरकंकाल.. एक 8 फुट लंबा और 200 साल पुराना, इतिहास का रहस्यमयी पन्ना!

हरियाणा के जींद जिले में मनरेगा योजना के तहत तालाब खुदाई के दौरान ग्रामीणों को 10 मानव कंकाल मिले, जिनमें से एक लगभग 8 से 10 फुट लंबा पाया गया। साथ में मिट्टी के प्राचीन बर्तन भी निकले, जिससे इतिहास और पुरातत्व के शोध में नई दिलचस्पियाँ पैदा हो गई हैं।
खुदाई की शुरुआत और प्रथम पहचान
घटना दिनांक: 22 जून 2025, जगह: जुलाना क्षेत्र, देवरड़ गांव, जींद, हरियाणा।
लगभग 2 महीने चले कार्य में 50–60 मजदूर लगे हुए थे। इसी दौरान एक मजदूर को गहरी मिट्टी में इंसानी हड्डी दिखी, जिसे उसने तुरंत ठेकेदार को सूचित किया।
जल्द ही एक के बाद एक कुल 10 नर कंकाल बरामद हुए, जिनकी लंबाई और विशाल जबड़े देखकर सभी दंग रह गए।
लंबाई और आकार
कंकाल की अनुमानित लंबाई 8 से 10 फुट तक बताई जा रही है, जो सामान्य मानव कद से कहीं अधिक है।
साथ में मिले जबड़े और अन्य हड्डियाँ भी असामान्य रूप से बड़ी थीं।
मिट्टी के बर्तन और ऐतिहासिक संकेत
खुदाई के दौरान खोदे गए मिट्टी के टूटे-फूटे मटके और बर्तन भी सामने आए, जो संभवतः 200 साल पुराने हो सकते हैं।
इससे स्पष्ट संकेत मिलता है कि यह स्थल कभी किसी प्राचीन सभ्यता या कब्रिस्तान का हिस्सा रहा होगा।
प्रशासनिक तथा वैज्ञानिक कदम
घटना की जानकारी मिलते ही खुदाई तत्काल रोक दी गई। बीडीपीओ प्रतीक जांगड़ा ने पुरातत्व विभाग और वैज्ञानिकों को घटना स्थल पर भेजने का निर्देश
मौके पर पुलिस और प्रशासनिक टीम भी पहुंची और आगे की जांच शुरू कर दी गई है।
दफन विधि और स्थानीय मान्यताएँ
ग्रामीणों का मानना है कि ये हड्डियाँ संगठित तरीके से दफन की गई थीं, ना कि आकस्मिक रूप से।
बुजुर्ग बताते हैं कि आजादी से पहले यह स्थान मुस्लिम कब्रिस्तान हुआ करता था, जो समय के साथ बंजर होकर तालाब बन गया।
आगामी योजना और शोध
पुरातात्विक विश्लेषण – अवशेषों की उम्र व कालखंड का प्रारंभिक आंकलन किया जाएगा।
फॉरेंसिक जांच – लंबाई, असामान्य हड्डियों के कारण व आनुवंशिक पहचान पर गहन शोध।
ऐतिहासिक दस्तावेजीकरण – कब्रिस्तान की प्रामाणिकता व समाज के इतिहास से जोड़ने की प्रक्रिया।
जागरूकता व सुरक्षा – खुदाई और अवशेष संरक्षण के लिए प्रशासनिक दिशा-निर्देश तैयार किए जाएंगे।
सारांश
स्थान: जींद ज़िला, जुलाना – देवरड़ गांव, हरियाणा
तिथि: 22 जून 2025
प्राप्त अवशेष: 10 नर मानव कंकाल, जिनमें से एक की लंबाई ~8–10 फुट
साथ मिला सामान: प्राचीन मिट्टी के बर्तन, मटके
प्रारंभिक अनुमान: अवशेष 200 वर्ष या उससे पुराने हो सकते हैं
आधिकारिक कदम: खुदाई रोक, पुरातत्व विभाग और वैज्ञानिकों द्वारा जांच
स्थानीय मान्यता: पुराना मुस्लिम कब्रिस्तान
आगामी कार्य: वैज्ञानिक, फॉरेंसिक और ऐतिहासिक जांच के साथ विधिवत दस्तावेजीकरण