हरियाणाः स्वागत समारोह के दौरान मंच से गिरे किसान नेता राकेश टिकैत, देखें Video

केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों (Farm Laws) के विरोध में किसानों का आंदोलन आज 70वें दिन में प्रवेश कर गया है। नए कानूनों के मुद्दे पर सरकार और किसानों के बीच अभी भी आम सहमति नहीं बन सकी है। इस दौरान किसानों से मिलने हरियाणा के जिंद पहुंचे राकेश टिकैत का मंच स्वागत समारोह के दौरान गिर गया। मंच पर राकेश टिकैत के साथ कई नेता मौजूद थे।

इससे पहले, भारतीय किसान यूनियन (BKU) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा है कि हमने सरकार को अक्टूबर तक का समय दिया है और अगर तब भी वे हमारी मांगों को नहीं मानते हैं, तो देशभर में 40 लाख ट्रैक्टर्स के जरिए रैली निकाली जाएगी।

6 फरवरी को देशभर में चक्का जाम
इसके अलावा संयुक्त किसान मोर्चा ने 6 फरवरी को चक्का जाम करने का ऐलान किया है। यह चक्का जाम दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच रखा जाएगा। इसमें देशभर के किसान नेशनल और स्टेट हाईवे जाम करेंगे, ताकि सरकार को चेताया जा सके कि वो किसानों को कमजोर समझने की भूल न करे। किसानों ने इंटरनेट सेवा के बाद ट्विटर अकाउंट सस्पेंड करने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।

भारतीय किसान यूनियन ने किया ये आह्वान
बता दें कि कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन की पृष्ठभूमि में बिजनौर में सोमवार को आयोजित चौथे महापंचायत में आह्वान किया गया कि पश्चिम उत्तर प्रदेश में छोटे-छोटे प्रदर्शनों को समाप्त कर सभी लोग गाजीपुर पहुंचें और आंदोलन को मजबूत बनाएं। महापंचायत के मंच से भारतीय किसान यूनियन ने आह्वान किया कि आंदोलन को मजबूत बनाने के लिए घर के सभी लोग, नहीं तो कम से कम एक सदस्य दिल्ली की सीमा पर यूपी गेट पर चल रहे प्रदर्शन में शामिल हों।

मनचाहा समाधान होने तक जारी रहेगा आंदोलन

भाकियू की किसान सम्मान महापंचायत में संगठन के युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और संगठन के अध्यक्ष नरेश टिकैत के पुत्र गौरव टिकैत ने कहा कि कृषि कानून पर समस्या का मनचाहा समाधान होने तक आंदोलन जारी रहेगा। इसे और भी मजबूत बनाया जाएगा। अभी तक राजनीतिक दलों को आंदोलन से दूर रख रही भाकियू ने रालोद के नेता जयंत चौधरी को अपने मंच पर जगह दी। गौरतलब है कि गाजीपुर में डेरा डाले हुए भाकियू नेता राकेश टिकैत ने रविवार को कहा था कि संयुक्त किसान मोर्चा ने नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन में राजनीतिक दलों को नहीं घुसने दिया था, लेकिन प्रदर्शन स्थलों पर लोकतंत्र का मजाक बनाए जाने के बाद उसने राजनीतिक समर्थन लिया है।

अलर्ट मोड पर प्रशासन

वहीं दूसरी ओर 26 जनवरी के दिन ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद से प्रशासन अलर्ट मोड पर है और राजधानी में फिर से कोई अप्रिय घटना न घटे इसके मद्देनजर दिल्ली के टीकरी, सिंघु, और गाजीपुर बॉर्डर पर लोहे और सीमेंट की दिवारे बना दी गईं हैं। दिल्ली हिंसा मामले में पुलिस ने अब तक कुल 44 मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि 122 को गिरफ्तार किया गया है।

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