केंद्र सरकार ही देगी मजदूरों का रेल किराया, सुब्रमण्यम स्वामी ने किया साफ, पहले बीजेपी पर साधा था निशाना

एक तरफ पूरे देश में कोरोना वायरस संक्रमित मामले बढ़ते जा रहे हैं। देश में अब तक 40000 से भी ज्यादा कोरोना वायरस संक्रमित हो चुके हैं। चौकी एक बहुत बड़ा चिंता का विषय बना हुआ है। वहीं दूसरी तरफ बीजेपी पर विपक्ष और सोशल मीडिया पर लोग लगातार निशाना साध रहे हैं। प्रवासी मजदूरों से रेलवे का किराया वसूलने के मामले पर बीजेपी सरकार को चारों तरफ से घेर आ जा रहा है। पहले कांग्रेस ने बीजेपी सरकार के इस निर्णय पर कई सवाल खड़े कर दिए थे। वहीं अब खुद बीजेपी नेता और राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि भूखे प्यासे प्रवासी मजदूरों को लाने के लिए रेल का किराया वसूलना भारत सरकार की कैसी नैतिकता है। हालांकि अपने दूसरे ट्वीट में सुब्रमण्यम स्वामी ने यह साफ कर दिया कि सरकार प्रवासी मजदूरों को फ्री में घर भेजेगी

सुब्रमण्यम स्वामी ने भारत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि विदेशों में फंसे भारतीयों को मुफ्त में लाया गया था। सुब्रमण्यम स्वामी ने यह जानकारी ट्वीट कर दी है। सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट कर कहा कि “अगर रेलवे ने खर्च उठाने से इनकार कर दिया तो पीएम केअर्स के जरिए भुगतान क्यों नहीं किया?”

हालांकि अपने अगले ट्वीट में सुब्रमण्यम स्वामी ने यह कहा है कि उन्होंने इस बारे में रेल मंत्री पियूष गोयल  के ऑफिस से बातचीत की है। सरकार 85% रेल का किराया देगी और 15% राज्य सरकार। प्रवासी मजदूर अब फ्री में घर जाएंगे। इसके लिए सरकार एक ऑफिशल स्टेटमेंट भी देने वाली है।

वही कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने यह मामला उठाया था। उन्होंने कहा था कि एक तरफ रेलवे मजदूरों से टिकट का भाड़ा वसूल रही है वहीं दूसरी तरफ रेल मंत्रालय 151 करोड़ रुपए का चंदा दे रहा है।”

इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने फैसला लिया है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी की हर इकाई श्रमिक-कामगार के घर लौटने की रेल यात्रा के टिकट का खर्च उठाएगी और जरूरी कदम उठाएगी।

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