हिंदू धार्मिक उत्सव में भगदड़.. 7 लोगों की दर्दनाक मौत, करंट लगने से मची अफरा-तफरी, 2025 की तीसरी घटना

गोवा के शिरगांव में शुक्रवार रात आयोजित हिंदू धार्मिक उत्सव श्री लैराई यात्रा के दौरान भगदड़ मच गई, जिस कारण 7 लोगों की मौत हो गई और 50 से अधिक श्रद्धालु घायल हुए हैं। इनमें 20 की हालत गंभीर बताई जा रही है। हादसे की सूचना शनिवार सुबह सामने आई। राहत और बचाव कार्य लगातार जारी है और मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
यात्रा में पहुंचे थे 40 हजार श्रद्धालु, बिजली के करंट से शुरू हुई भगदड़
गोवा पुलिस के मुताबिक, महाराष्ट्र और कर्नाटक सहित विभिन्न राज्यों से करीब 30 से 40 हजार श्रद्धालु यात्रा में शामिल होने पहुंचे थे। भीड़ जब मंदिर की ओर बढ़ रही थी, तभी एक ढलान पर दुकान के सामने बिजली के तार से करंट लगने की घटना हुई। इससे कुछ लोग गिर पड़े और अचानक अफरा-तफरी मच गई।चूंकि, वहां पर ढलान थी, इसलिए कुछ लोग फिसलकर गिर पड़े, जिससे पीछे से आने वाले लोग भी उन पर गिरते गए और लगभग 40-50 लोग नीचे दब गए।
आनन-फानन में पुलिस और स्थानीय लोगों ने भगदड़ के बाद घायल लोगों को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक 7 लोगों की जान जा चुकी थी। अन्य घायलों को अस्पताल में उपचार चल रहा है, जिनमें से कई की हालत नाजुक बताई जा रही है।
ड्रोन से की जा रही थी निगरानी
यात्रा के लिए 1,000 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी और भीड़ की गतिविधियों की निगरानी ड्रोन कैमरों से की जा रही थी, लेकिन सुरक्षा के ये उपाय हादसे को टालने में नाकाम रहे। हादसा यह भी दर्शाता है कि इतने बड़े धार्मिक आयोजन में यथोचित सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण के इंतजाम जरूरी थे।
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत मौके पर पहुंचे, जांच के आदेश दिए
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि राज्य में इस तरह का यह पहला हादसा है। उन्होंने नॉर्थ गोवा डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल पहुंचकर घायलों का हाल जाना और अधिकारियों को घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि प्रभावित परिवारों को हरसंभव सहायता दी जा रही है।
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति मुर्मू ने जताया दुख
घटना के बाद देश के शीर्ष नेताओं ने भी शोक व्यक्त किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “गोवा के शिरगांव में भगदड़ के कारण हुई मौतों से दुखी हूं। अपने प्रियजनों को खोने वालों के प्रति संवेदना। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।”
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करती हूं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं।”
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी हादसे पर शोक जताते हुए कहा, “लैराई देवी मंदिर की वार्षिक यात्रा के दौरान हुई भगदड़ की खबर अत्यंत दुखद है। सभी घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं।”
श्री लैराई यात्रा: आस्था और भीड़ का बड़ा संगम
श्री लैराई यात्रा, गोवा के बिचोलिम तालुका के शिरगांव गांव में हर साल अप्रैल या मई में आयोजित की जाती है। यह एक प्रसिद्ध हिंदू धार्मिक उत्सव है जिसमें गोवा, महाराष्ट्र और कर्नाटक से हजारों श्रद्धालु शामिल होते हैं। इस वर्ष यात्रा 2 मई की शाम से 3 मई की सुबह तक आयोजित की गई थी। हादसा इसी दौरान हुआ।
2025 में यह तीसरी बड़ी भगदड़, पहले भी हो चुकी हैं भयावह घटनाएं
इस वर्ष भारत में यह तीसरी बड़ी भगदड़ है। इससे पहले दो बड़े हादसे हो चुके हैं:
15 फरवरी, दिल्ली रेलवे स्टेशन: प्लेटफॉर्म शिफ्टिंग के कारण भगदड़ मची, जिसमें 17 लोगों की मौत हुई थी।
28 जनवरी, प्रयागराज महाकुंभ: संगम तट पर मौनी अमावस्या स्नान के समय भगदड़ मची, सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 30 लोगों की मौत हुई थी।
धार्मिक आयोजनों में सुरक्षा और योजना की जरूरत
शिरगांव की यह घटना प्रशासनिक विफलता और असावधानी का जीवंत उदाहरण है। धार्मिक आयोजनों में भीड़ नियंत्रण, आपातकालीन चिकित्सा सुविधा और बिजली जैसी बुनियादी व्यवस्थाओं का सुदृढ़ होना अत्यंत आवश्यक है। यह हादसा एक चेतावनी है कि भावनाओं के साथ सुरक्षा का संतुलन बनाना अब समय की मांग है।