एक करोड़ का नकली स्टाम्प बरामद, 7 लोग गिरफ्तार।

कई राज्यों में नेटवर्क फैले होने का अंदेशा।

उत्तर प्रदेश ( गोरखपुर): 90 के दशक में हुए फर्जी स्टैंप घोटाले का मास्टरमाइंड अब्दुल करीम तेलगी पूरे देश में हलचल मचा दिया था। इसी तरह फर्जी स्टांप पेपर बनाने वाले गिरोह का गोरखपुर पुलिस ने भंडाफोड़ किया है।

नकली स्टांप का कारोबार करने वाला गैंग सक्रिय है।हालांकि गोरखपुर पुलिस ने फर्जी स्टाम्प का कारोबार करने वाले एक गैंग का खुलासा करते हुए। गैंग सरगना सहित सात लोगों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से करोड़ो रूपये के नकली स्टांप,,स्टांप छापने वाला लैपटॉप, प्रिंटर,स्कैनर मशीन सहित तमाम सामानों को बरामद किया है।

आपको बतादे की यह गैंग फर्जी स्टांप को छाप कर वेंडरों के माध्यम से उसे कचहरी में सप्लाई करता था। पुलिस ने गैंग के सरगना मोहम्मद कमरुद्दीन सहित 7 लोगों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है।

★फर्जी स्टांप,फर्जी करेंसी छापकर सप्लाई करते थे★

पुलिस ने इनकी निशानदेही पर एक करोड़ 52 हजार रुपए के नकली स्टांप जिसमें 1000, 5000,10000, 20000 और 25000 के स्टांप जो बिहार और उत्तर प्रदेश में खपत करते है।उसको बरामद किया है। इसके साथ ही 1 रुपये,2 रुपए,5 रुपये और 10 का फर्जी टिकट,एक लैपटॉप, एक प्रिंटर, प्रिंटर व स्कैनर मशीन जो लकड़ी की बनी हुई।

स्टाम्प और करेंसी नोट छापने के लिए विभिन्न कंपनियों के इंक 100 पैकेट, पेपर कटर मशीन और सादा कागज बरामद किया है। यह लोग फर्जी स्टांप,फर्जी करेंसी छापकर उत्तर प्रदेश के गोरखपुर देवरिया, कुशीनगर सहित अन्य जनपदों व बिहार राज्य में वेंडरों के माध्यम से सप्लाई करते थे। पुलिस के अनुसार मोहम्मद कमरु‌द्दीन (84) ही इस गिरोह का मास्टरमाइंड है। वह पिछले 40 साल से इस धंधे में लिप्त है।

इस धंधे में उसका नाती साहेबजादे भी शामिल है। कमरुद्दीन बिहार के सिवान जिले में फर्जी स्टाम्प छापकर छापकर गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर, महराजगंज के अलावा यूपी के दूसरे हिस्सों में बेचता था।

 

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