उत्तर प्रदेश में रिकॉर्ड तोड़ बारिश का कहर, दर्जन भर लोगों की मौत !

बीते तीन दिनों में हुई बारिश और ओलावृष्टि के चलते उत्तर प्रदेश में शीतलहर शुरू हो गई है। मध्य दिसंबर में न्यूनतम तापमान – 7 डिग्री सेल्सियस होने के साथ ही सर्दी ने कानपुर और मेरठ में पिछले तकरीबन 20 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। शीतलहर के चलते उत्तर प्रदेश में अत्यधिक मात्रा में फसल और जानमाल का नुकसान होना शुरू हो गया है।

दो दिन से हो रही बारिश और ओलावृष्टि के चलते शुक्रवार को कानपुर में पिछले 19 वर्षों का रिकॉर्ड टूट गया है। वर्ष 2000 के बाद पहली बार दिसंबर के दूसरे सप्ताह में अधिकतम तापमान 18.4 डिग्री सेल्सियस रहा। बुंदेलखंड समेत राज्य के मध्य भाग के लगभग सभी जिलों में सर्द हवाएं, बारिश और ओलावृष्टि देखी गई। वहीँ, शुक्रवार शाम को मेरठ में दर्ज हुई 41 मिमी बारिश ने पिछले 22 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। वहीँ, मुरादाबाद में भी पिछले 24 घंटे में अत्यधिक बारिश 89.2 एमएम दर्ज की गई। हारनपुर, बिजनौर, बागपत, मुजफ्फरनगर, शामली में भी बारिश का असर देखा गया।

मौतों का सिलसिला शुरू

बारिश के चलते 50 से अधिक विद्युत् खंभे गिरने की खबर आई है। विद्युत लाइनों में खराबी आने से बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। मौसम वैज्ञानिक डॉ. एन सुभाष के अनुसार राज्य के पश्चिमी हिस्से में बारिश का असर अगले 24 घंटे तक रहेगा। इस दौरान कई इलाकों में बिजली गिरने से कई लोगों की मौत की खबर आई है। संभल के तीन इलाकों में बिजली गिरने की सूचना मिली है। पवांसा के बीईओ दफ्तर पर बिजली गिरने से एक कर्मचारी की मौत हो गई है। हरदोई में शुक्रवार सुबह बिजली गिरने से दो मासूम समेत तीन की मृत्यु हो गई। मृतक की पहचान कोतवाली देहात क्षेत्र के गांव नीर निवासी आरती (18) के रूप में हुई है। इसके साथ ही अरवल थाना क्षेत्र के आलमपुर मड़ैया गाँव में भी बीजी गिरने से दो मासूमों की मृत्यु होने की खबर मिली है।

इसके अलावा फर्रुखाबाद में खेत की रखवाली कर रहे किसान की जान चली गई। अमरोहा जिले के सनपुर कोतवाली क्षेत्र के गांव भैंसरोली में छप्पर के नीचे दबने से बुजुर्ग किसान की मृत्यु हो गई। अमरोहा और गंगोचोली में आंधी और बारिश के चलते कई मिटटी के कच्चे मकान और छप्पर गिरने के खबर मिली है। इससे अमरोहा समेत तीन इलाकों में दर्जन भर मवेशियों के मरने की खबर आई है। वहीँ एटा के गांव लोहाखार में पेड़ गिरने से एक किसान की मौत हो गई। मृतक का नाम विष्णु दयाल (80) बताया जा रहा है।

फसल को भी भारी नुकसान

बेसमय हुई बारिश से ठंड काफी बढ़ गई है। इससे उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में बड़ी मात्रा में फसलों को नुकसान पहुंचा है। अवध समेत राज्य के पश्चिमी हिस्से के कई जिलों में बड़ी मात्रा में फसलों को नुकसान होने की आशंका है। ओलावृष्टि के चलते मुरादाबाद और अमरोहा में गेहूं की फसल को भारी नुकसान हुआ है। अमरोहा कृषि विभाग के अनुसार दलहनी-तिलहनी और सब्जी की तकरीबन 26 हजार हेक्टेयर फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई है। वहीँ, ब्रज के भी कई जिलों में बारिश-ओलावृष्टि के चलते फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है।

पर्यटन पर असर

मौसम की गंभीरता को देखते हुए शुक्रवार को लखीमपुर खीरी के दुधवा नेशनल पार्क को पर्यटकों के लिए बंद रखा गया। एफडी संजय पाठक के अनुसार पर्यटन को रविवार तक के लिए बंद कर दिया गया है। मौसम ठीक होने पर पर्यटक सोमवार को भ्रमण कर सकेंगे। बता दें कि उत्तर प्रदेश में मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता ने कई जिलों में घने कोहरे की आशंका जताई है। उन्होंने कहा कि रविवार तक बारिश और तेज हवाएं यूँही चल सकती हैं।

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