हिंसा में हर बार अल्पसंख्यकों को ही बनाया जाता है निशाना ! पूर्व प्रधानमंत्री के बेटे का दिल्ली हिंसा पर बड़ा बयान

दिल्ली हिंसा मामले पर अब राजनीती तेज़ हो गई है। दिल्ली हिंसा मामला अब धर्म की राजनीति में तब्दील होता जा रहा है। जहाँ जावेद अख्तर ने आम आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन के दिल्ली में हिंसा मामले पर आरोप लगने पर उनका बचाव करते नज़र आए तो वहीँ अब आकाली दल के नेता ने दिल्ली हिंसा पर विवादित बयान दिया है। अकाली दल के ये नेता कोई और नहीं बल्कि पूर्व प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल के बेटे और अकाली दल के नेता नरेश गुजराल हैं। नरेश गुजराल ने दिल्ली हिंसा पर कहा है की हर बार अल्पसंख्यकों को ही हिंसा में निशाना बनाया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है।

दिल्ली हिंसा मामले पर पूर्व प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल के बेटे और अकाली दल के नेता नरेश गुजराल ने पत्र में दिल्ली पुलिस की उदासीनता पर सवाल खड़े कर दिए थे। उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री हमेशा को खत लिखा। नरेश गुजराल ने कहा कि हर बार अल्पसंख्यकों को ही हिंसा में निशाना बनाया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है।

अकाली दल के नेता नरेश गुजराल ने कहा कि मैं 1984 को फिर से होता हुआ नहीं देखना चाहता हूं। मुझे दिल्ली वाला होने पर गर्व है। पिछली बार यह सीख थे इस बार यह मुसलमान है। दुर्भाग्य से हर बार अल्पसंख्यक समुदाय ही हमले की चपेट में है। 1984 में सिख विरोधी दंगे हुए थे उस दौरान कई हजारों लोगों की जान गई थी।

बता दें की आज अकाली दल के मुखिया प्रकाश सिंह बादल ने भी दिल्ली हिंसा पर बोलते हुए कहा कि हमारे देश के विधान में तीन चीजें लिखी हैं। जोश सेकुलरिज्म सोशलिज्म और डेमोक्रेसी। या तो सेकुलरिज्म है नाही सोशलिज्म है अमीर अमीर होता जा रहा है गरीब गरीब होता जा रहा है। डेमोक्रेसी बिस्तर पर ही हो रही है। एक लोक सभा इलेक्शन और दूसरा स्टेट इलेक्शन बाकी कुछ नहीं।

बता दें की दिल्ली हिंसा में अब तक 48 लोगों की मृत्यु हो गई है और इसमें 250 से ज्यादा लोग घायल हैं। इन घायलों में भी कई लोगो की स्तिथि संवेदनशील बनी हुई है।

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