यूपी में किडनी के मरीजों के लिए खुलेंगी डायलिसिस यूनिट।

ब्लड बैंक से लैस होंगे प्रदेश के तीन अस्पताल !

लखनऊ: स्वास्थ्य सुविधाओं में इजाफा करने के लिए प्रदेश सरकार ने बजट का पिटारा खोल दिया है। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने प्रदेश के 11 अस्पतालों के लिए वित्तीय स्वीकृति प्रदान की है। इसमें किडनी मरीजों के लिए डायलिसिस यूनिट खोली जा रही हैं।

तीन अस्पतालों में ब्लड बैंक की स्थापना होगी। उन्होंने तय समय पर काम करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही अधिकारियों को कामकाज की निगरानी की हिदायत दी है।सरकारी अस्पतालों में मरीजों को और बेहतर इलाज व संसाधन मुहैया कराने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। अस्पतालों को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जा रहा है। लखनऊ के लोक बंधु राज नारायण अस्पताल में चार-चार बेड की दो डायलिसिस यूनिट खोलने के निर्देश दिए हैं।

साथ ही अस्पताल में ब्लड बैंक के लिए रोटरी इंटरनेशनल को अनुमति प्रदान की है। वाराणसी और गोरखपुर में चार-चार बेड की डायलिसिस यूनिट खोलने की अनुमति प्रदान की है। इन दोनों अस्पतालों में भी रोटरी इंटरनेशनल ब्लड बैंक की स्थापना में मदद करेगी।डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि लखनऊ के उच्च न्यायालय इलाहाबाद खण्डपीठ की पैथोलॉजी को अपग्रेड किया जा रहा है। इसमें ऑटोमेटिक बायोकैमेस्ट्री एनालाइजर मशीन लगाई जाएगी।

इसके लिए 4,68,400 रुपये की स्वीकृति प्रदान की गयी है। उन्होंने बताया कि कानपुर के यूएचएम (उर्सला) अस्पताल में दो लिफ्ट लगाई जाएंगी। इसके लिए 88.90 लाख की वित्तीय स्वीकृति प्रदान कर दी गयी है।आगरा मानसिक आरोग्यशाला को 327.41 लाख रुपये का अनुदान दिया गया है। उरई-जालौन के जिला पुरुष चिकित्सालय को आधुनिक उपकरणों से लैस किया जाएगा।

डॉक्टर, मरीज तीमारदारों की सहूलियतों के लिए फर्नीचर भी क्रय किया जाएगा। इसके लिए 80,06,000 रुपये की मंजूरी दी गई है। बस्ती के जिला महिला चिकित्सालय को 44.08,480 व बलरामपुर के मेमोरियल जिला चिकित्सालय को उपकरण व फर्नीचर के लिए 2,11,99,466 रुपये की वित्तीय स्वीकृति दी गई है। झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के प्रशासनिक भवन में फायर फाइटिंग सिस्टम व फायर एलार्म की स्थापना के लिए 208.21 लाख की वित्तीय स्वीकृति दी गयी है।

वहीं बृजेश पाठक का कहना है की मरीजों की सहूलियतों के लिए लगातार कदम उठाए जा रहे हैं। अस्पतालों को अपग्रेड किया जा रहा है। आधुनिक उपकरणों से अस्पतालों को लैस किया जा रहा है।

बजट की कमी नहीं है। डॉक्टर पूरी निष्ठा व ईमानदारी से मरीजों की सेवा करें। यदि किसी को कोई समस्या है तो हमसे साझा कर सकते हैं।

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