Varanasi : बोटिंग के दौरान ये काम करके फंस गए धवन, आप मत करिएगा यह गलती…

वाराणसी (Banaras) में क्रिकेटर शिखर धवन का नौकायान काफी तूल पकड़ता दिख रहा है। बता दें उन्होंने अपने वारणसी भ्रमण के दौरान साइबेरियन पक्षियों को दाना खिलाया था। जो उनके लिए मुसीबत बनता दिख रहा है, दरसअल जिस जगह धवन ने पक्षियों को दाना खिलाया उस जगह प्रशासन ने बर्ड फ्लू बीमारी को देखते हुए पक्षियों के दाना खिलाने पर रोक लगा रखी थी।

सोशल मीडिया पर अपलोड की फोटो

उन्होंने इसकी फोटो अपने सोशल मीडिया (Social Media) अकाउंट पर भी अपलोड की है। जिसके बाद वाराणसी प्रशासन ने उनके खिलाफ कार्यवाही करने का मन बना लिया है। बता दें वाराणसी प्रशासन ने नदी में किसी को पक्षी को दाना खिलाने पर इस समय रोक लगा रखी है। प्रशासन ने ऐसा इसलिए किया है ताकि दुनिया और देश के अलग-अलग हिस्सों में फैलने वाले बर्ड फ्लू संक्रमण को रोका जा सके। मगर भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी शिखर धवन ने इन नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए पक्षियों को दाना खिलाया है। जिसका सबूत भी उन्होंने खुद ही सोशल मीडिया पर पोस्ट करके दे दिया है।

बर्ड फ्लू की खबर आ रही है

बता दें प्रशासन ने लोगों को ऐसा करने के लिए चेतावनी जारी कर रखी है उन्होंने साफ-साफ लिख रखा है जो व्यक्ति ऐसा नहीं करेगा उसके ऊपर कार्यवाही की जाएगी। अब प्रशासन की तरफ से शिखर धवन को लेकर इस  कार्यवाही किए जाने की उम्मीद दिख रही है। बता दें देश के अलग-अलग हिस्सों से पिछले कई दिनों से बर्ड फ्लू के फैलने की खबर आ रही है।

प्रशासन ने जारी की गाइडलाइन

जिसके तहत प्रशासन ने इससे निपटने के लिए कई तरह की गाइडलाइन जारी की गई है। जिसमें यह भी है कि फिल्हाल किसी तरह के पक्षियों के संपर्क में न आया जाए। प्रशासन ने बाहर से आने वाले पक्षियों को इस समय छूने से मना किया है। जिससे बर्ड फ्लू को और फैलने से रोका जा सकते हैं। वहीं देश में बर्ड फ्लू के बढ़ने से मीट उद्योग पर काफी असर पड़ा है। लोगों ने बर्ड फ्लू के डर से मुर्गा और अण्डे खाना कम कर दिया है। वहीं कई अथॉरिटी का कहना है कि अगर  बर्ड फ्लू से बचना है को 3 सेकेण्ड तक 70 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर गर्म किया जाए। चिकन को किसी भी सूरत में कच्चा नहीं खाया जाने चाहिए। उससे बीमार होने के चांस बढ़ सकते हैं।

वहीं अण्डों को लेकर भी कहा गया है कि उन्हें भी खाने से पहले अच्छी तरह से उबाल लेना चाहिए। इस समय कच्चे अण्डे या फिर अधपके अण्डे के उत्पाद खाने से बचना चाहिए।

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