चीन के राष्ट्रपति भारत में, अब आतंक के मुद्दे पर साथ आएंगे भारत-चीन

जहाँ एक तरफ पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान दौरे के लिए अपने बुरे वक़्त के साथी देश चीन पहुंचे हुए हैं, वहीँ चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग शुक्रवार को भारत पहुंच रहे हैं। 11 और 12 अक्टूबर को चेन्नई में दूसरा शिखर सम्मलेन होने जा रहा है जिसमे चीन भी हिस्सा लेगा। भारत और चीन के बीच यह दूसरी इन्फॉर्मल समिट होगी। इस बैठक का कोई एजेंडा तो नहीं होगा लेकिन सभी मसलों बात होने की खबर आई है। चीन ने अब आतंकवाद के मोर्चे पर भारत का साथ देने की भी ठान ली है। भारत-चीन दोनों ही इसी दिसंबर में एंटी-टेरर एक्सरसाइज़ कर सकते हैं।

भारत दौरे के दौरान नरेंद्र मोदी और शी जिनपिंग की होने वाली इस इन्फॉर्मल बैठक में आतंकवाद पर खुलकर बात होगी। भारत की ओर से चीन के सामने आतंकवाद, टेरर फंडिंग, उसका सोर्स और आतंक का समर्थन समेत कई मुद्दे उठाए जाएंगे। बता दें कि इस दौरे पर कोई आधिकारिक समझौता नहीं होगा। 2018 में वुहान में होने वाली इनफॉर्मल बैठक की तरह ही भारत और चीन के बीच होने वाली ये बैठक भी इन्फॉर्मल है। इस बैठक के दौरान दोनों देश के नेता बिना किसी एजेंडे के किसी भी मसले पर बात करेंगे। इसके बाद दिसंबर में भारत और चीन की सेनाएं आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करने के लिए साथ में एक्सरसाइज़ भी करेंगी।

गौरतलब है कि बीते कुछ समय से चीन पाकिस्तान का हर मसले पर साथ दे रहा है। मसूद अजहर को बचाने से लेकर जम्मू-कश्मीर के विवाद में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चीन पाकिस्तान के साथ खड़ा दिखाई देता है। लेकिन चीन और अमेरिका के बीच ट्रेड वॉर बढ़ने के साथ ही चीन को भारत की याद आ गई है। बता दें कि कुछ दिन पहले ही लद्दाख बॉर्डर पर स्थित पैंगोंग झील के उत्तरी किनारे के पास भारत और चीनी सैनिकों के बीच भिड़ंत हो गई थी। मामले को शांत करने में काफी देर लगी थी।

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