रावण के मुद्दे पर बीजेपी का पलायन, जेडीयू का ये कैसा आरोप?

बिहार के ऐतिहासिक गाँधी मैदान में रावण दहन के दौरान बीजेपी और जेडीयू के बीच की दरारे खुल कर सामने आई हैं। इस कार्यक्रम के दौरान मंच पर बीजेपी का कोई भी नेता मौजूद नहीं था। इस कदम को जेडीयू ने पलायनवादी नजरिया बताया है। जहाँ पार्टी प्रवक्ता राजीव रंजन (Rajeev Ranjan) ने बीजेपी पर सवाल किया है, वहीँ विपक्ष भी इसको लेकर बीजेपी पर निशाना साध रहा है।

पार्टी के प्रवक्ता ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि जनता के सवाल से भागने से काम नहीं चलेगा। जेडीयू प्रवक्ता ने कहा कि यह बीजेपी का पलायनवादी नजरिया है। वहीँ जेडीयू के सुर में सुर मिलाते हुए कांग्रेस ने भी बीजेपी पर सवाल खड़ा कर दिया है। कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि बीजेपी ने खास रणनीति के तहत सीएम बायकॉट किया है। उन्होंने कहा कि डिप्टी सीएम के पटना में रहते हुए भी कार्यक्रम में नहीं पहुंचना बड़ी बात है। यही नहीं मेयर से लेकर विधायकों ने भी दूरी बना ली। जाहिर है सीएम नीतीश के बायकॉट के लिए ऊपर से आदेश मिला होगा।

आरजेडी ने कहा- हिसाब याद रखते हैं पीएम मोदी

कांग्रेस की ही तरह आरजेडी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने भी इसे बीजेपी की विशेष रणनीति करार दिया है। उन्होंने कहा कि सुशील मोदी नहीं पहुचेंगे इसकी कल्पना नहीं की जा सकती थी। दरअसल, सीएम नीतीश की तरह ही पीएम नरेंद्र मोदी सारा हिसाब रखते हैं। लोकसभा में नीतीश की जरूरत थी, अब बीजेपी को जरूरत नहीं है। वहीँ हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा कि भाजपा के नेता सीएम नीतीश कुमार को अपमानित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभी भी मौका है कि सीएम नीतीश भाजपा से नाता तोड़ लें वरना बीजेपी उन्हें कहीं का नहीं छोड़ेगी।

गौरतलब है कि गाँधी मैदान में रावण दहन के कार्यक्रम में बीजेपी कार्यकर्ताओं की अनुपस्थिति शत-प्रतिशत रही थी। यहाँ तक कि अमूमन मंच पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बगल में उपमुख्‍मंत्री सुशील मोदी भी अनुपस्थित रहे। उनकी जगह नीतीश कुमार की बगल में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बैठे दिखे।

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