सावधान – कोरोना वायरस आँख -जीभ के जरिए करेगा आक्रमण

कोरोना के मामले कम हो रहे है लेकिन डाक्टरों के अनुसार इससे बचकर रहने की ज़रूरत है । कोरोना वायरस ये बड़ी आसानी से मुँहे , नाक के साथ साथ आँखों के ज़रिए सीधे ब्लड मे चले जाते है। इन भागो को म्यूकस मेमब्रन कहा जाता है मतलब सभी चीजों को निगलने की क्षमता होती है।

केस ऐसे देखें जा रहे है जहां घर मे रह लोगों को कोरोना हो गया डाक्टर मान रहे है लापरवाही के चलते मुँह नाक या आँखों को गंदे हाथ से छीन से ऐसा हो रहा है और लोगों को पता तक नही चलता । बचकर इसलिए भी रहना है कि बाहर देशों मे ख़ासकर यूके , साउथ अफ़्रीका ब्राज़ील और यूएस मे वायरस म्यूटेशन के नए मामले सामने आ रहे है और नया वायरस बहुत ज़्यादा ख़तरनाक माना जा रहा है एक्सपर्ट मान रहे है है कि हमारा देश बहुत तेज़ी से रिकवरी की ओर बढ़ रही है है और थोड़ी भी लापरवाही बड़ा ख़तरा दोबारा बन सकती है । फ़िलहाल देश मे कोरोना के कुल मामलो मे से ५० फ़ीसदी केरल से आ रहे है और महाराष्ट्र मे सबसे ज़्यादा मौतें हो रही है । इन दोनों राज्यों पर ध्यान देने की ज़रूरत है।

इस बीच अच्छी बात

ये है कि देश मे अंडमान निकोबार को कोरोना फ़्री घोषित कर दिया गया है । दिल्ली मे भी कोरोना के मामले बहुत कम हो गए है नई सर्व के तहत दिल्ली मे हर दूसरे आदमी मे कोरोना से लड़ने के एंटीबाडीज बन गई है।

अच्छी बात ये भी है कि रशियन वैक्सीन स्पुतनिक का एफीकेसी रेट तीसरे ट्रायल मे ९१.६ फ़ीसदी पाया गया रशिया के बीस हज़ार लोगों पर तीसरे फ़ेस का ट्रायल की रिपोर्ट सामने आई है और इसमे से दो हज़ार साठ साल के उप्र थे जिससे त्रासदी रही है कि बूढ़ों मे भी ये वैक्सीन कारगर होगी। आपको बचा के रेड्डी लैब ने स्पुतनिक के तीसरे ट्रायल को देश मे शुरू किया है जैसे ही इसकी रिर्पोटें आएगी इसके इमरजेंसी इस्तेमाल की परमिशन ली जाएगी। आने वाले समय मे बाज़ारों मे प्राईवेट तौर पर वैक्सीन उपलब्ध होने की पूरी संभावना है ।

अभी तक विश्वभर मे दस करोड़ से ज़्यादा लोगों को वैक्सीन लग चुकी है देश मे चालीस लाख लोगों से ज़्यादा लोगों को को वैक्सीन लग चुकी है। यदि हम सावधानी बरतेगे तो वो दिन दूर नही जब हमारे देश मे कोरोना के गिनती के मामले ही सामने आएँगे।

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