यमुना नदी का सरप्लस पानी का प्ररस्ताव स्वीकृत कराने के लिए सभी सदस्य करेंगे संयुक्त प्रयास-कल्ला

जयपुर, राजस्थान के जल संसाधन मंत्री डॉ. बी.डी.कल्ला ने आज विधानसभा में बताया कि यमुना नदी का सरप्लस पानी राजस्थान को ताजेवाला हैड से दिलाने के लिए केन्द्रीय जल आयोग को प्रस्ताव भेजा गया है और इसे स्वीकृत कराने के लिए पक्ष और विपक्ष के सदस्य मिलकर संयुक्त प्रयास करेें ताकि राज्य के हिस्से का पूरा पानी मिल सके।


डॉ. कल्ला शून्यकाल में विधायक राजेन्द्र राठौड़ एवं तीन अन्य सदस्यों की ओर से यमुना नदी का सरप्लस पानी राजस्थान को ताजेवाला हैेड से दिलवाने के सम्बन्ध में रखे गये ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर अपने जवाब यह बात कही।


उन्होंने बताया कि ओखला हैड से हमें 1287 क्यूसेक पानी मिलना चाहिए परन्तु उससे हम ज्यादा पानी ले रहे है, लेकिन ताजेवाला हैड से हमें 1917 क्यूसेक पानी मिलना चाहिए जो नहीं मिल रहा। उन्होंने बताया कि इस संबंध में हरियाणा सरकार की निरन्तर अनदेखी और उनके असहयोग के कारण हमारे हक का पानी हमें नहीं मिल रहा है।

 

 कल्ला ने कहा कि इस संबध में उनके स्वयं के द्वारा केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत से वार्ता करने पर उन्होंने इस संबंध में डीपीआर बनाकर भेजने की बात कही और आश्वस्त किया कि वह इस संबंध में वार्ता करेंगे तथा समाधान निकालेंगे।


उन्होंने बताया कि केन्द्रीय जल आयोग के अधिकारियों से भी उन्होंने इस संबंध में वार्ता की और अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि इस बार पाईप लाईन के माध्यम से ताजेवाला हैड से पानी लाने की आपकी जो बात है वह उपयुक्त है और हम चाहेंगे कि इसे स्वीकृति मिले।

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उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार ने तो हमें इसका सर्वे करने की अनुमति भी नहीं दी, इस कारण हमने सर्वे हैलीकाप्टर के माध्यम से कराया। हरियाणा सरकार ने बिल्कुल सहयोग नहीं किया और हमें दिक्कतों का सामना करना पड़ा। उन्होंने आश्वस्त किया कि हमने इस बारे में गत फरवरी कोे प्रस्ताव केन्द्र सरकार को भेजा है। प्रस्ताव को स्वीकृत करने अथवा नहीं करने की जानकारी सदन को दे दी जायेगी।

उन्होंने कहा कि प्रस्ताव को स्वीकृत नहीं किया जाता है तो हम पक्ष एवं विपक्ष के सभी सदस्य संयुक्त रूप से मिलकर प्रयास करेंगे और राजस्थान के हिस्से का पानी लेने का प्रयास करेंगे।


उन्होंने बताया कि यमुना नदी के जल के बंटवारे के लिए पांच राज्यों के मध्य वर्ष 1994 में हुये समझौते के अनुसार राजस्थान को 1.119 बी.सी.एम जल आवंटित हुआ। अपर यमुना रिवर बोर्ड द्वारा वर्ष 2001 में राजस्थान को वर्षाकाल में ताजेवाला हैड से 1917 क्यूसेक एवं ओखला हैड से 1281 क्यूसेक की स्वीकृति दी

गई। उन्होंने बताया कि केन्द्रीय जल आयोग द्वारा वर्ष 2003 में ताजेवाला हैड से आवंटित 1917 क्यूसेक पानी को हरियाणा की नहरों द्वारा राजस्थान लाये जाने के लिए प्रस्ताव पर स्वीकृति इस शर्त के साथ दी गई कि हरियाणा सरकार इस पर अपनी सहमति प्रदान करें। राजस्थान सरकार द्वारा वर्ष 2003 में सहमति के लिए एमओयू हरियाणा सरकार को भेजा गया परन्तु हरियाणा सरकार द्वारा वर्षाें से यह सहमति नहीं दी गई।

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