आखिर क्यों इस मुस्लिम नेता के लिए पसीजा मायावती का दिल, लिया ये बड़ा फैसला…

उत्तर प्रदेश में लोकसभा उप चुनाव की तारीखों का ऐलान किया जा चुका है। आपको बता दें कि लोकसभा उपचुनाव उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ और रामपुर जिले में होना है। जिसके लिए प्रशासन ने कमर कस ली है।

क्यों होना है उप चुनाव- Political News

एक तरफ जहां समाजवादी पार्टी के मुखिया व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आजमगढ़ के संसदीय सीट से इस्तीफा दिया है तो दूसरी तरफ रामपुर सीट से सपा के कद्दावर नेता आजम खान ने भी अपना इस्तीफा दे दिया है। वर्तमान समय में यह दोनों ही नेता विधायक हैं। इन नेताओं के इस्तीफा देने से अब यह दोनों सीटें खाली हो गई जिसके बाद निर्वाचन आयोग ने इन दोनों सीटों पर उपचुनाव कराने का फैसला लिया है।

कौन कहां से है उम्मीदवार :-

आपको बता दें जहां समाजवादी पार्टी की तरफ से आजमगढ़ से डिंपल यादव को मजबूत उम्मीदवार माना जा रहा है जहां से पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव सांसद थे तो वही रामपुर से अभी किसी के टिकट की घोषणा नहीं की गई है। सत्ता में काबिज भारतीय जनता पार्टी ने भी अभी तक अपने दोनों सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है हालांकि दूसरी तरफ बहुजन समाज पार्टी ने आजमगढ़ सीट पर अपना उम्मीदवार उतारने का मन बना लिया है तो वहीं दूसरी तरफ उन्होंने रामपुर सीट पर चुनाव न लड़ने का भी ऐलान किया है।

आखिर क्यों आज़म पर नरम हैं मायावती?

ऐसा पहली बार नहीं है जब बसपा सुप्रीमो मायावती का मन आजम खान के लिए पसीजा ना हो इससे पहले भी मायावती ने ट्वीट कर आजम खान के प्रति सहानुभूति सत्ता पक्ष को आड़े हाथों लिया था और ट्वीट कर कहा था कि “यूपी और अन्य बीजेपी शासित राज्यों में भी, कांग्रेस की ही तरह, टारगेट करके गरीबों, दलितों, अदिवासियों और मुस्लिमों को जुल्म-ज्यादती की जा रही है.यूपी सरकार द्वारा अपने विरोधियों पर लगातार द्वेषपूर्ण और वरिष्ठ विधायक आजम खान को करीब सवा दो वर्षों से जेल में बंद रखने का मामला काफी चर्चाओं में है. लोगों की नजर में न्याय का गला घोंटना नहीं तो और क्या है?”

ये भी पढ़ें-अखिलेश यादव ने आज सदन में भाजपा सरकार को घेरा, कहा-आप लैपटॉप नहीं दे सकते इसीलिए टैबलेट बांट रहे हैं

Up NEWS

Political News

Related Articles

Back to top button