रमजान के पाक महीने में ही क्यों हुआ, “अतीक और मुख्तार” का अंत: पढ़े पूरी खबर।

अतीक और मुख्तार की खत्म कहानी, अब पूर्वांचल में किसकी बारी....

उत्तर प्रदेश:पूर्वांचल उत्तर-मध्य भारत का एक भौगोलिक क्षेत्र है जो उत्तर प्रदेश के पूर्वी छोर पर स्थित है। यह उत्तर में नेपाल, पूर्व में बिहार, दक्षिण मे मध्य प्रदेश के बघेलखंड क्षेत्र और पश्चिम मे उत्तर प्रदेश के अवध क्षेत्र द्वारा घिरा है।

इसे एक अलग राज्य बनाने के लिए लंबे समय से राजनीतिक मांग उठती रही है।जनेश्वर मिश्र कहते थे कि उत्तर प्रदेश को बादशाहत की बीमारी लग गई है। वह अपने बारे में नहीं सिर्फ़ देश के बारे में और प्रधानमंत्री बनाने के बारे में सोचता है।यही बात मैं पूर्वांचल के बारे में कहना चाहूंगा।यहां पर विकास न हो पाने का कारण यही है।पहले धार्मिक बादशाहत का रोग था।बाद में राजनीतिक बादशाहत का रोग लग गया है।

शायद इसी रोग के चलते पूर्वांचल की धरती  पर दो मुस्लिम माफियों का राजनीतिक जन्म होता है ।सत्ता और सत्ता से लेकर पद तक का यह सफर मौत की नींद में तब्दील हो गया।उत्तर प्रदेश में बीते एक साल में ही दो माफिया डॉन अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी के आतंक का अध्याय समाप्त हो गया। इन दोनों को ही यूपी में खौफ का दूसरा नाम कहा जाता था।

अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी का अपने-अपने इलाके में ऐसा दबदबा था कि बिना इनकी मर्जी के वहां कोई पत्ता भी नहीं हिलता था। अतीक अहमद का जहां दक्षिणी यूपी में काफी प्रभाव था वहीं पूर्वांचल में मुख्तार अंसारी के इशारे पर ही हर काम होता था। हालांकि यूपी में सत्ता परिवर्तन के बाद अब दोनों का ही अंत हो चुका है। अतीक अहमद की जहां बीते साल अस्पताल ले जाते वक्त गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी की गुरुवार शाम दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इस वक्त रमजान का महीना चल रहा है और इसी बीच मुख्तार अंसारी की मौत हुई है।

मुख्तार अंसारी के खिलाफ 60 से अधिक मामले दर्ज हैं। इनमें से दो मामलों में उसे सजा भी हो चुकी थी। इसमें एक मामला वर्तमान में यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय के बड़े भाई अवधेश राय की हत्या से जुड़ा था। वाराणसी के लहुराबीर क्षेत्र में 3 अगस्त, 1991 को अवधेश राय की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अवधेश राय वर्तमान में यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय के बड़े भाई थे।

इस मामले में मुख्तार अंसारी को भी आरोपी बनाया गया था। कई सालों तक चली सुनवाई के बाद 5 जून 2023 को अदालत ने मुख्तार अंसारी को दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।

पूर्वांचल की धरती से एक साल के अंदर दो माफियों का अंत हो गया है । लेकिन पूर्वांचल में अभी भी ऐसे तमाम माफिया हैं ,जो खुलेआम घूम रहे हैं। आखिर उन पर कब सरकार  एक्शन लेगी । यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।

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