कांग्रेस विधायक अदिति सिंह ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ खोला मोर्चा, बसो के मामले पर कहा ऐसी निम्न सियासत की क्या जरूरत

लॉक डाउन के बीच प्रवासी मजदूरों के लिए बसो के इंतजाम पर प्रियंका गांधी और योगी सरकार के बीच तनातनी अभी चल रही है। प्रियंका गांधी वाड्रा जहां हजार पैसे देने का दावा कर रही हैं तो वही योगी सरकार कह रही है कि यहां बसे अनफिट हैं। वहीं अब कांग्रेस कि एक विधायक ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। रायबरेली से कांग्रेस विधायक अदिति सिंह ने इस पूरे मसले पर अपनी पार्टी के रुख की कड़ी आलोचना की है। अदिति सिंह ने कांग्रेस को गलत बताया है और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पक्ष भी ले लिया। अदिति सिंह ने आपदा के वक्त में कांग्रेस को सियासत करने का आरोप तक लगा दिया है।

कांग्रेस की जानी मानी विधायक और गांधी परिवार के करीबी माने जाने वाली अदिति सिंह ने अब कांग्रेस के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट से एक के बाद एक 2 ट्वीट किए हैं। पिछले कई दिनों से चल रहे प्रवासी मजदूरों के लिए बसों के इंतजाम को लेकर बहस अब नया रूप लेती जा रही है। अब तक जहां प्रियंका गांधी और योगी सरकार के बीच तनातनी चल रही थी तो वही आप रायबरेली से कांग्रेसी विधायक अदिति सिंह भी इस बहस में कूद गई हैं।

अदिति सिंह ने कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगाते हुए अपने एक ट्वीट में कहा कि “कोटा में जब UP के हजारों बच्चे फंसे थे तब कहां थीं ये तथाकथित बसें, तब कांग्रेस सरकार इन बच्चों को घर तक तो छोड़िए,बार्डर तक ना छोड़ पाई,तब श्री योगी आदित्यनाथ जी ने रातों रात बसें लगाकर इन बच्चों को घर पहुंचाया, खुद राजस्थान के सीएम ने भी इसकी तारीफ की थी।”

 

अदिति सिंह ने अपनी ही पार्टी पर बड़ा आरोप लगा दिया है। जो अब चर्चा का विषय बन चुका है। गांधी परिवार के इतना करीब होने के बावजूद भी अदिति सिंह अपनी ही पार्टी के खिलाफ खड़ी हो गई है। वहीं अपने दूसरे ट्वीट में अदिति सिंह ने कहा कि “आपदा के वक्त ऐसी निम्न सियासत की क्या जरूरत,एक हजार बसों की सूची भेजी, उसमें भी आधी से ज्यादा बसों का फर्जीवाड़ा, 297 कबाड़ बसें, 98 आटो रिक्शा व एबुंलेंस जैसी गाड़ियां, 68 वाहन बिना कागजात के, ये कैसा क्रूर मजाक है, अगर बसें थीं तो राजस्थान,पंजाब, महाराष्ट्र में क्यूं नहीं लगाई।”

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