दर्दनाक: बस की खिड़की से निकाला बच्चे ने सर, मौत.. धड़ अंदर छटपटाता रहा, पिता बाहर चेहरे से खून पोछता रहा..

उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक बारात की बस में बैठे 11 साल के बच्चे की गर्दन सामने से आ रहे वाहन की चपेट में आकर धड़ से अलग हो गई। यह दर्दनाक हादसा इतना भयानक था कि बस में सवार लोगों की चीखें गूंज उठीं और शादी की खुशियां मातम में बदल गईं।

मैक्स की चपेट में आकर कटी गर्दन

घटना हाथरस जंक्शन क्षेत्र के हाजीपुर रेलवे फाटक के पास हुई, जहां अलीगढ़ से गांव मेवली जा रही एक बारात की बस रुकी हुई थी। बस की पिछली सीट पर बैठा 11 साल का मोहम्मद अली खिड़की से बाहर झांक रहा था। उसी वक्त सामने से एक मैक्स वाहन निकला, जो बस से सटकर गुजरने की कोशिश कर रहा था। तभी बालक की गर्दन मैक्स और बस के बीच फंसकर कट गई। सिर सड़क पर गिर गया जबकि धड़ सीट पर ही रह गया।

बिलखते पिता के हाथ में बेटे का सिर

मोहम्मद अली के पिता आस मोहम्मद सड़क पर पड़े बेटे के सिर को हाथ में उठाकर बदहवासी की हालत में इधर-उधर दौड़ते रहे। वहीं, ताऊ साबूद्दीन बच्चे के धड़ को उठाए बिलख रहे थे। बस की सीटों पर खून फैला हुआ था और हर तरफ चीख-पुकार मची थी। पिता कभी अंगोछे से बेटे के चेहरे का खून पोंछते, तो कभी सिर को धड़ से जोड़ने की कोशिश करते रहे। सभी जान रहे थे कि अली अब इस दुनिया में नहीं है, लेकिन पिता इस हकीकत को स्वीकार नहीं कर पा रहे थे।

जश्न से पहले मौत ने छीन लिया नन्हा मुसाफिर

हादसे में जान गंवाने वाला मोहम्मद अली अलीगढ़ के मकदूम नगर, कमेला रोड निवासी आस मोहम्मद का बेटा था। वह अपने दो चचेरे भाइयों – साहिल (पुत्र साबूद्दीन) और दानिश (पुत्र बाबूद्दीन) की बारात में शामिल होने जा रहा था। पांच दिन पहले ही उसने अपने पिता के साथ बाजार से नई पेंट-शर्ट खरीदी थी और इस शादी को लेकर बेहद उत्साहित था। उसे क्या मालूम था कि शादी में पहुंचने से पहले ही जिंदगी उसे अलविदा कह देगी।

संकरी सड़क और चालक की लापरवाही बनी जानलेवा

सीओ जेएन अस्थाना के अनुसार, हादसा उस वक्त हुआ जब बस हाजीपुर रेलवे फाटक के पास बनाए गए अस्थायी सर्विस रोड से गुजर रही थी। इस सड़क पर ओवरब्रिज निर्माण के कारण रास्ता काफी संकरा था। बस और मैक्स दोनों फंसे हुए थे और दोनों चालक किसी तरह वाहनों को निकालने की कोशिश कर रहे थे। बस को कच्चे रास्ते पर उतारने के कारण एक पेड़ के सामने आने से बस रुक गई। वहीं, मैक्स चालक ने बस से सटाकर वाहन निकालने की कोशिश की, जिससे यह दर्दनाक हादसा हो गया।

 खिड़की पर बैठे बच्चों के लिए बन गई मौत की खिड़की

घटना के वक्त अधिकांश बाराती बस से उतर चुके थे, केवल बच्चे अंदर बैठे थे। खिड़की के पास बैठे अली ने जैसे ही पिता को देखने के लिए झांका, वह मैक्स की चपेट में आ गया। हादसे के बाद मौके पर अफरातफरी मच गई और ट्रैफिक भी कुछ देर के लिए ठप हो गया।

शादी की रौनक गम में बदली

हादसे के बाद माहौल पूरी तरह गमगीन हो गया। शादी की खुशियां पलभर में मातम में बदल गईं। करीब 65 सवारियों वाली बस से आधे से ज्यादा लोग वापस लौट गए। विवाह की रस्म केवल 10-15 लोगों की मौजूदगी में पूरी की गई। परिवार ने अन्य वाहनों की व्यवस्था कर बाकी बारातियों को उनके घर भेजा।

चालक फरार, वाहन जब्त, परिजनों ने नहीं दी तहरीर

हादसे के बाद बस और मैक्स दोनों के चालक मौके से फरार हो गए। पुलिस ने दोनों वाहनों को जब्त कर लिया है और चालकों की तलाश जारी है। सीओ अस्थाना ने बताया कि अभी तक परिजनों की ओर से कोई तहरीर नहीं दी गई है, रिपोर्ट तहरीर के आधार पर दर्ज की जाएगी।

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